मधेपुरा/बिहार : महिला आरक्षण बिल में ओबीसी महिलाओं के लिय कोटा नहीं रहने के विरोध में गुरुवार को बिहार के मधेपुरा जिला मुख्यालय स्थित ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय मुख्य द्वार पर एनएसयूआई कार्यक्रताओं ने अपने गुस्से का इजहार करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया.
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि महिला आरक्षण बिल पूरी तरह से सामाजिक न्याय विरोधी है. यह देश के सामाजिक स्थितियों को नजरंदाज कर तैयार किया गया बिल है और यह पिछड़ा, दलित एवं आदिवासी विरोधी है. निशांत यादव ने कहा कि देश के शासन में पहले से महिलाओं का प्रतिनिधित्व बहुत कम है, बावजूद इसके उनमें से पिछड़े, दलित एवं आदिवासी महिलाओं का प्रतिनिधित्व न के बराबर है. महिला आरक्षण बिल में ओबीसी एवं एससी-एसटी महिलाओं का कोटा सुनिश्चित किये बिना लागू किया जाना अन्यायपूर्ण है. जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि भारत में लोकतंत्र मुकम्मल तौर पर तभी संभव है, जब सभी जाति एवं वर्गों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित हो. देश में महिलायें हमेशा से पीड़ित रही है, लेकिन पिछड़ी, दलित एवं आदिवासी महिलायें अधिक पिछड़ी एवं वंचित है.
विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र कुमार, जिला महासचिव नवीन कुमार, ज्योतिष कुमार, मधुसूदन कुमार, आशीष कुमार, अमरदीप कुमार, कृष्णा मोहन, जयकिशन कुमार, अमरेश कुमार, अभिषेक, राजा बाबू, नीतीश कुमार, प्रेमजित कुमार, विभाष, राशि श्रीवास्तव, स्वेता कंठ, सुप्रिया शिवानी, वीना कुमारी, खुशबू कुमारी, ममता कुमारी, अमरावती कुमारी, शबनम कुमारी, संजीत, सोनू, सतवीर, सूर्या, राहुल , प्रदीप, पंकज कुमार, नितेश कुमार, नीतीश कुमार, इफ्तेखार मीर, पिंटू, रूपेश, आशुतोष समेत अन्य एनएसयूआई कार्यकर्ता मौजूद थे.
अमित अंशु की रिपोर्ट