पटना/बिहार : लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी में पिछले दिनों में बदमाशों ने एक एटीएम को काटकर 39 लाख रुपये लेकर फरार हो गए थे। जिसका मंगलवार को पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि क्राइम ब्रांच व थाना सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा चार शातिर लुटेरों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही एटीएम चोरी की धनराशि नौ लाख तेरह हजार पांच सौ रुपये मय सामग्री के बरामद किया है। इस पूरी घटना को अंजाम देने में बदमाशों को केवल 16 मिनट लगे। घटना में शामिल अभी नौ लुटेरे पुलिस की पकड़ से दूर है। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही फरार लुटेरों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।पुलिस ने बताया कि इस पूरे गिरोह का मास्टर माइंड सुधीर मिश्रा उर्फ बुलबुल मिश्रा उर्फ एटीएम बाबा पुत्र स्व. सुरेश मिश्रा व उसकी पत्नी रेखा मिश्रा है। पुलिस ने बताया कि रेखा मिश्रा वर्तमान में मुखिया हैं। एटीएम लूट में माहिर होने के कारण इसका नाम एटीएम बाबा रखा गया है। यह एक दर्जन से अधिक एटीएम लूट की घटनाओं को अंजाम दिया जा चुका है। इसकी पत्नी रेखा मिश्रा भी इसमें शामिल है जो राजनीतिक पृष्ठ भूमि से इसकी सहायता करती है। दोनों ने कई एटीएम में चोरी की घटना को अंजाम देकर करोड़ों रुपए की संपत्ति बनाई है। बताया गया कि सुधीर मिश्रा बिहार पुलिस में सिपाही भी रह चुका है।
खेसारी लाल यादव का गहरा दोस्त : वहीं बताया जा रहा है कि भोजपुरी एक्टर खेसारी लाल यादव से भी काफी करीबी रिश्ता रहा है. जिसका फायदा वह अपने धंधे को बढ़ाने में कर रहा था। भोजपुरी एक्टर के साथ उसकी कई तस्वीरें भी सामने आने की बात कही जा रही है।
हाइवे के एटीएम को बनाते थे निशान : अभियुक्तगण द्वारा अन्तर्राज्यीय गिरोह बनाकर घटना कारित की जाती है। गिरोह के सरगना सुधीर मिश्रा उर्फ बुलबुल मिश्रा उर्फ एटीएम बाबा द्वारा अपने टीम के सदस्यों के सहयोग से रैकी कर हाइवे पर स्थित एटीएम जिनमें में गार्ड नहीं होते है उन एटीएम को चिन्हित करते हुये एटीएम के कैमरों पर स्प्रे मारक तथा अलार्म का कनेक्शन काटते हुये, गैस कटर व इत्यादि संसाधनो द्वारा एटीएम मशीन को काटकर रुपये चोरी कर लिये जाते है। इन अभियुक्तगणों द्वारा पूर्व में भी एटीएम काटने सम्बन्धित घटनाये कारित की गयी है।
लखनऊ पुलिस के कारण सामने आया नाम : दरअसल, एटीएम बाबा और उसकी मुखिया पत्नी सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्य यूपी में चोरी की घटना को अंजाम दे रहे थे। इसी माह की तीन तारीख को उनके गैंग ने खुर्दही बाजार सुल्तानपुर रोड लखनऊ स्थित एसबीआई एटीएम को क्षतिग्रस्त करके एटीएम में रखे रुपयों की चोरी कर ली गई थी। जिसके संबंध में वादी मुकदमा मो. सलमान अधिवक्ता उच्च न्यायालय लिगल एडवाइजर हिंतची पेमेंट सर्विसेज प्रा. लि. द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर 5 अप्रैल को सुशांत गोल्फ सिटी में मुकदमा दर्ज किया गया।
चार लोगों को किया गया गिरफ्तार : घटना को गंभीरता पूर्वक से लेते हुए पांच टीमों का तत्काल गठन किया गया। जिनके अथक प्रयास से मंगलवार को प्रभारी निरीक्षक सुशांत गोल्फ सिटी व सेन्ट्रल एवं दक्षिणी सर्विलांस टीम के द्वारा एसबीआई एटीएम काटकर रुपये चुराने वाले की घटना का खुलासा करते हुए वारदात में संलिप्त अभियुक्त नीरज मिश्रा पुत्र स्व. सुरेश निवासी मोहब्बत परसा थाना रिविलगंज छपरा बिहार, राज तिवारी पुत्र मनोज तिवारी निवासी राघवपुर थाना रिविलगंज छपरा बिहार, पंकज कुमार पाण्डेय उर्फ लीटर पुत्र स्व. सुभाष पाण्डेय निवासी बसडीला थाना कोपा छपरा बिहार, कुमार भास्कर ओझा पुत्र कृष्णानंद ओझा निवासी कराह थाना बनियापुर छपरा बिहार को जान्हवी चौराहे के पास घटना में प्रयुक्त वाहन बेलोनो नीला रंग के साथ रात्रि तीन बजे हिरासत में लिया गया। पूछताछ करने पर लुटेरों के निशानदेही पर फ्लैट नंबर 908 ब्लाक डी सरयू इंक्लेव से चोरी गए नौ लाख तेरह हजार पांच सौ रुपये व घटना में प्रयुक्त पल्सर, औजार सामाग्री बरामद करते हुए कूच रचित दोषपूर्ण नंबर प्लेट इत्यादि बरामद की गई है। पकड़े गए अभियुक्तों के अपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है।
एटीएम बाबा और उसकी पत्नी सहित अन्य की तलाश : शेष वांछित अभियुक्त विजय पांडेय उर्फ सर्वेश पाण्डेय निवासी संतकबीर नगर, भीम सिंह पुत्र शिव शंकर सिंह उर्फ भोला सिंह निवासी छपरा, लाकट छपरा थाना रसूलपुर छपरा बिहार, देवेश पाण्डेय पुत्र जगदीश पाण्डेय निवासी गोपीपुर थाना धनकटा संतकबीरनगर, सुधीर मिश्रा उर्फ बुलबुल मिश्रा उर्फ एटीएम बाबा पुत्र स्व. सुरेश मिश्रा, रेखा मिश्रा पत्नी सुधीर मिश्रा उर्फ बुलबुल मिश्रा उर्फ एटीएम बाबा निवासी मोहब्बत परसा थाना रिबिलगंज छपरा बिहार तथा चार मेवाती अज्ञात की भी यथाशीघ्र गिरफ्तारी कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जाएगा।
बिहार से आकर पहले की रेकी फिर घटना को दिया अंजाम : बताया कि पूरी घटना काफी सतर्कता के साथ की गई। गिरफ्तार चार लुटेरे बिहार के रहने वाले है। इनके द्वारा पहले घटना स्थल की रेकी की गई फिर घटना का अंजाम दिया गया। लुटरों द्वारा जिस गाड़ी का वारदात में इस्तेमाल किया और नंबर घटना स्थल पर जाने के दौरान कुछ और था और वारदात करने के बाद नंबर प्लेट कुछ और हो गया। इस घटना को अंजाम देने के लिए स्थानीय लोगों में सर्वेश और देवेश की मदद ली। पहले उन्हे के अपार्टमेंट में रुके इसके बाद फिर घटना को अंजाम देने के बाद यूपी छोड़ दिया और बिहार निकल गए। इनके द्वारा जो मोबाइल का इस्तेमाल किया वह लखनऊ से खरीदा। इसके बाद यहीं फेंक कर चले गए। जिसकी वजह से खुलासा करने में परेशानी आयी लेकिन सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से इन्हें पकड़ने में सफलता मिली। अभी तीस लाख रुपये बरामद नहीं हो पाए है। फरार लुटेरों के गिरफ्तार होते ही बाकी पैसा भी बरामद कर लिया जाएगा।
अनूप नारायण सिंह की रिपोर्ट