सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने का काम कर रही है प्रांगण रंगमंच : प्रति कुलपति

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मधेपुरा/बिहार : प्रांगण रंगमंच द्वारा कोरोना सेवा सम्मान सह सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. शहर के टाउन हॉल में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन बीएनएमयू प्रति कुलपति प्रो डा आभा सिंह ने की. प्रति कुलपति प्रो डा आभा सिंह ने कहा कि प्रांगण रंगमंच कोसी की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने के साथ-साथ इसे आगे बढ़ाने का भी काम कर रही है. इस तरह के भाव से कोसी की पहचान और बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि प्रांगण रंगमंच उभरते कलाकारों को मंच प्रदान कर, उसकी कला में प्रवीणता लाकर स्थापित कलाकार बनाने में सराहनीय योगदान दे रहा है. इससे कोसी की भावना को राष्ट्र स्तर पर पहचान मिलेगी. प्रति कुलपति ने कहा कि भारत को आगे बढ़ाने में कोई अदृश्य शक्ति है, जो किसी आपदा एवं विपदा के बावजूद तरक्की कर रहा है. वह अदृश्य शक्ति प्रांगण रंगमंच जैसे संस्थाओं से ही बनती है.

लोक संस्कृति, नाटक, गीत को संग्रहित करने की अपील : प्रति कुलपति ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान प्रांगण रंगमंच ने जान की परवाह किये बिना लोगों की सहायता कर उनमें चेतना का संचार किया. यह चेतना लोगों को शिक्षित भी किया. प्रति कुलपति ने प्रांगण रंगमंच से यहां की लोक संस्कृति, नाटक, गीत आदि को संग्रहित करने की अपील की. उन्होंने कहा कि प्रांगण रंगमंच के साथ अन्य संस्थाओं को भी इस दिशा में आगे आना चाहिये. कार्यक्रम की अध्यक्षता डा संजय कुमार परमार, संचालन हर्ष वर्धन सिंह व धन्यवाद ज्ञापन दिलीप खंडेलवाल ने किया.

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गुमनाम कलाकारों को प्रांगण ने किया स्थापित  : लायंस क्लब व रोटी बैंक के अध्यक्ष समाजसेवी चंद्रशेखर कुमार ने कहा कि समाज को कुछ नया देने में प्रांगण रंगमंच सराहनीय काम कर रहा है. कला संस्कृति के साथ-साथ अन्य विधाओं में भी प्रांगण के सदस्य सक्रियता के साथ समाज सेवा कर रहे हैं. प्रांगण की इस गतिविधि के कारण सुदूर देहात में गुमनामी की दौड़ में रहने वाले कलाकारों को मंच प्रदान कर, उसे लोगों के बीच लाया गया है. जिससे उन्हें रोजगार का भी अवसर प्राप्त हो रहा है. नवोदित कलाकारों को नई पहचान दिलाने में प्रांगण के कार्यों को भुलाया नहीं जा सकता है.

तलाशना और तरासना कर बना रहा बेहतर कलाकार : बीएनएमयू के आईक्यूएसी निदेशक सह माय बर्थ माय अर्थ मिशन के संयोजक डा नरेश कुमार ने कहा कि किसी भी व्यक्ति में बेहतर प्रदर्शन के लिए उसको तलाशना एवं तराशना पड़ता है. जिसमें प्रांगण रंगमंच ने इसे बखूबी से निभाया है. जिला से गांव तक के अंजान कलाकारों को तलाशते हुये, उसे तराशा भी और राज्य एवं देश स्तर पर प्रतिष्ठित भी किया. उन्होंने कहा कि बेहतर समाज के निर्माण में प्रांगण के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है. उन्होंने कहा कि कोरोना वीर के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया जाना अतुलनीय है.

विभिन्न संगठनों को एक मंच देना सराहनीय : डा दिलीप कुमार सिंह ने कहा कि सामाजिक सरोकारों से जुड़े कार्यों में प्रांगण रंगमंच विशेष अभिरुचि लेकर समाज को जागृत करने का भी काम कर रहा है. कोरोना के भयावह काल में इन लोगों ने लायंस क्लब सहित अन्य संस्थाओं से मिलकर भी लोगों की सेवा की. दर्जन से अधिक संस्थाओं को एक मंच पर सम्मानित करना सराहनीय कदम है. मधेपुरा कॉलेज मधेपुरा के प्राचार्य डा अशोक कुमार ने कहा कि प्रांगण रंगमंच के कार्यक्रम में गीत संगीत ने लोगों का मन मोहा. रंगमंच द्वारा आयोजित कोरोना सेवा सम्मान सह सांस्कृतिक कार्यक्रम में कोसी प्रमंडल के दर्जनों कलाकारों की उपस्थिति ने समारोह की उपादेयता को दिखाया.

नवोदित व स्थापित कलाकारों को किया गया सम्मानित : नवोदित कलाकारों के साथ-साथ स्थापित कलाकारों द्वारा कोरोना काल में प्रांगण रंगमंच के पेज से लाइव प्रस्तुति दी गई थी, उन्हें भी सम्मानित किया गया. कलाकारों ने कोसी एवं मिथिला की सांस्कृतिक विरासत से संबंधित लोकगीत, देश भक्ति गीत, भजन गजल, नृत्य आदि की प्रस्तुति से समारोह में मौजूद लोगों का मन मोह लिया. गायन में संजीव कुमार, रोशन कुमार, आलोक, तनुजा, आरती आनंद, मधुबाला भारती, शिवाली, ऋषिका, अर्जुन रॉकी, आरती आर्य, धीरेंद्र, रीतू रानी, रमेश राही, डा नेहा यादव ने बेहतर प्रस्तुति दी. कलाकारों को सम्मानित किया गया.

कोरोना में किये कामों पर मिला कोरोना सेवा सम्मान : कार्यक्रम में कोरोना काल किये गये कार्यों को लेकर लोगों एवं संस्थाओं को सम्मानित किया गया. जिसमें लायंस क्लब, रोटी बैंक, श्रृंगी ऋषि सेवा फाउंडेशन, एबीवीपी, आईएमए, हिंद फाउंडेशन, राष्ट्रीय बजरंग दल, गणेश फुलेश्वरी चैरिटेबल ट्रस्ट, रेड क्रॉस सोसाइटी, वन आवर एक प्रयास, सेव ह्यूमैनिटी, लॉक डाउन सहायता समूह, कर्मा श्रेष्ठा फाउंडेशन, सेव द विलेज, यूथ हॉस्टल, हेल्प लाइन, मारवाड़ी युवा मंच, चैंबर ऑफ कॉमर्स, फ्रेंड्स युवा क्लब, एनसीसी, डिबिया, सागर यादव, अजय कुमार यादव, गोपी पंडित, कविता पूनम, डा अंजनी कुमार, डा प्रियरंजन भास्कर, दिनेश स्वर्णकार, अरुण कुमार, मुरारी कुमार यादव, जैनेंद्र ज्योति, निशु सिन्हा, बंटी बजाज, भानु प्रताप, अहद राजा, अवनीश आशु, अहद रजा, सौरव सुमन उर्फ मुन्ना, फखरे आलम, ध्यानी यादव  सहित अन्य शामिल रहे.

मौके पर डा माधवेंद्र झा, डा बीएन बिबेका, प्रो प्रदीप झा, डा आरके पप्पू, डा मिथिलेश कुमार, राजू कुमार, पी यदुवंशी, विनीता भारती, प्रांगण रंगमंच के सचिव अमित आनंद कार्यक्रम संयोजक दिलखुश कुमार, संयुक्त सचिव आशीष सत्यार्थी, मीडिया प्रभारी शिवानी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष मुरारी सिंह, रक्त प्रभारी अक्षय केशरी, अभिषेक सोनी, शशिभूषण, बबलू, नीरज, आशीष मल्होत्रा, अंजली, धीरेंद्र, देशराज आदि मौजूद थे.

अमित अंशु की रिपोर्ट


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