पटना/बिहार : पटना नगर निगम में इस बार होने वाले मेयर के चुनाव में सीट महिलाओं के लिए आरक्षित हो चुकी है, इस कारण से मेयर पद की कवायद भी तेज हो गई पर इस कवायद के बीच जो नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है, वह है पटना नगर निगम के वार्ड 44 की निवर्तमान पार्षद माला सिन्हा का, माला सिन्हा को पटना नगर निगम के नंबर वन वार्ड पार्षद का खिताब मिल चुका है, इन्होंने अपने वार्ड में तमाम चीजें कर कर दिखाई है, जिसका सपना चुनाव के समय प्रत्याशी दिखाते हैं।
वार्ड 44 में नाले का निर्माण कराया गया है, गलियों में पक्की सड़क है, स्ट्रीट लाइट जलती है, लोगों को कूड़ा फेंकने के लिए डोर टू डोर व्यवस्था दिया गया है, नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी पूरे वार्ड में सजग रहते हैं, जलापूर्ति के लिए जगह-जगह व्यवस्था की गई है, वार्ड के पार्कों का जीर्णोद्धार किया गया है, छठ घाट का निर्माण कराया गया है, साफ-सफाई जन जागरूकता का रूप दिया गया है, क्लीन पटना ग्रीन पटना का सपना सही में वार्ड 44 में ही हकीकत के रूप में वास्तविकता के धरातल पर उतर आए, सरकारी योजनाओं की फिक्र न करते हुए माला सिन्हा ने अपने निजी कोष से भी अपने वार्ड को सजाया संवारा है और इसी का प्रतिफल है, महिला आरक्षित होने के बाद पटना में हुए सर्वेक्षण में सर्वाधिक लोग माला सिन्हा को अपने मेयर के रूप में देखना चाहते हैं। उनका कहना है कि नए लोग क्या करेंगे, क्या नहीं करेंगे, इसकी कोई गारंटी नहीं, पर माला सिन्हा ने पिछले पांच साल में वार्ड 44 की तस्वीर बदली है, उससे साफ लगता है कि अगर यह मेयर बनी तो पटना की मूलभूत समस्याओं का समाधान होगा, नालियों और गलियों का निर्माण होगा, कचरा प्रबंधन की बात होगी, शहर के पार्कों का जीर्णोधार होगा, अतिक्रमण से मुक्ति मिलेगी तथा कई बुनियादी सुविधाएं जो आज तक शहर को मुहैया नहीं हो पाई है वह पूर्ण होंगी।
इन्हीं सवालों को लेकर माला सिन्हा ने खास बातचीत में बताया कि वह सिर्फ काम करने में विश्वास रखती है, झूठा वादा नहीं करती, उनके काम में उनके पति सितेश रमन कदम कदम पर साथ होते हैं, उन्होंने अपने खून पसीना से अपने वार्ड को तराशा है, जहां जिस रूप में लोगों की मदद कर सकती हैं कभी पीछे नहीं हटती है, किसी भी आपदा विपदा में पूरे वार्ड को उन्होंने अपने परिवार के समक्ष समझा है, यही कारण है कि आज पूरे पटना में लोग उनके प्रति श्रद्धा का भाव रखते हैं। माला सिन्हा ने कहा कि लोकतंत्र में जनता मालिक है, जनता सजग है, सोशल मीडिया का युग है, आप क्या कर रहे हैं क्या नहीं कर रहे हैं लोगों के नजर में हैं, मैंने काम किया है, पूरी ईमानदारी से किया वह तमाम चीजें जो मैंने लोगों से वादा किया था पूरा करके दिखाया है, यही कारण है कि आज मेरे वार्ड के अलावा पूरे पटना की जनता मुझे मेयर का चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित कर रही है, चाहती हैं कि मैं चुनाव लाडू और इसके लिए मुझे पटना की महान जनता पर भरोसा है।
एक सवाल के जवाब में माला सिन्हा ने कहा कि जनप्रतिनिधि को जनता के प्रति सदा जिम्मेदार होना चाहिए अपनी जिम्मेदारियों से भागने वाले लोग जनता का विश्वास खो देते हैं कई कठिन से कठिन परिस्थितियां आती हैं फिर भी सरकारी सहायता का इंतजार किए बिना अपने स्तर से भी काम प्रारंभ कर देती है, लोगों का साथ मिलता है, कई लोग पैर खींचने वाले होते हैं पर उनसे कई गुना ज्यादा लोग साथ में संघर्ष करने वाले होते है, यह लोकतंत्र की खूबसूरती है कि जनता जिसे चाहे जिस पद पर बैठा देगी, पटना बिहार का सबसे ज्यादा शिक्षित सजन शहर है, बिहार की राजधानी होने के कारण सबकी नजरें पटना पर होती है पर उचित प्रबंधन के अभाव में शहर कचरे का डब्बा नजर आता है, जलजमाव अतिक्रमण के कारण कई इलाकों में आना-जाना लोगों का बाधित है, इस शहर में रहने वाले गरीब लोगों को बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल पाती है। पटना शहर के लोगों को जो वादा करेंगे उसका पालन करेंगी, वह हवा हवाई बातों पर विश्वास नहीं करती, चरणबद्ध तरीके से शहर को सजाने संवारने का जो कार्य होगा उसे पूरा किया जाएगा जिसमें आम लोग आगे बढ़कर पहल करेंगे।
अनूप नारायण सिंह की रिपोर्ट