मधेपुरा/बिहार : हमारे पुरखों ने काफी जद्दोजहद कर हमारे यहां विश्वविद्यालय बनाया है. यह विश्वविद्यालय हमारे पुरखों के संकल्पों एवं हमारे क्षेत्र के लाखों लोगों के सपनों का प्रतीक है. हमें हमेशा इन संकल्पों एवं सपनों को ध्यान में रखकर कार्य करना है.
उक्त बातें बीएनएमयू कुलपति प्रो डा राम किशोर प्रसाद रमण ने कही. वे शनिवार को विश्वविद्यालय अधिषद (सीनेट) की तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे. अधिषद की यह वार्षिक बैठक 19 फरवरी को विश्वविद्यालय के प्रेक्षागृह में निर्धारित है. कुलपति ने कहा कि अधिषद विश्वविद्यालय की सबसे महत्वपूर्ण सभा है. इसकी बैठक में विश्वविद्यालय की दशा एवं दिशा तय होती है. इसलिए अधिषद की बैठक की तैयारियों में कोई कमी नहीं छोड़ी जायेगी. सबके साथ एवं सबके प्रयास से इस आयोजन को यादगार बनाना है.
कार्यों को दें सर्वोच्च प्राथमिकता व जिम्मेदारियों का करें सम्यक निर्वहन : कुलपति ने सभी पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देशित किया कि वे अधिषद से संबंधित कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दें एवं अपनी जिम्मेदारियों का सम्यक निर्वहन करें. सभी कमिटियां आपसी तालमेल के साथ काम करें. जो समिति सबसे बेहतर कार्य करेगी, उसे प्रशस्ति पत्र दिया जायेगा. बैठक में अधिषद की तैयारियों के लिए गठित विभिन्न समितियों के कार्यों की समीक्षा की गई एवं टीम-भावना के साथ कार्य करने पर जोर दिया गया. सर्वप्रथम स्वागत एवं प्रेक्षागृह व्यवस्था समिति के सह संयोजक सीसीडीसी डा इम्तियाज अंजुम ने प्रेक्षागृह की मरम्मति एवं साज-सज्जा का प्रस्ताव रखा एवं अतिथियों के स्वागत के लिए तोरणद्वार बनाने की जरूरत बताई. उनके सभी प्रस्तावों को सर्वसम्मति से अनुमोदित किया गया.
जारी होगा पहचान पत्र, आरक्षी अधीक्षक को भेजा जायेगा पत्र : पहचान पत्र एवं अन्य सामग्री वितरण समिति के संयोजक विकास पदाधिकारी डा ललन प्रसाद अद्री एवं सह संयोजक नोडल पदाधिकारी यूएमआईएस शशिभूषण के प्रस्ताव पर अधिषद सदस्यों के साथ-साथ आयोजन समिति के सभी सदस्यों एवं मीडिया कर्मियों के लिए पहचान पत्र जारी करने का निर्णय लिया गया. साफ-सफाई एवं सुरक्षा समिति के संयोजक महाविद्यालय निरीक्षक डा गजेंद्र कुमार ने सुरक्षा के लिए अलग से समिति बनाने का प्रस्ताव रखा. जिसके बाद कुलानुशासक डा विश्वनाथ विवेका की अध्यक्षता में एक सुरक्षा-समिति के गठन का निर्णय लिया गया. साथ ही उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई कि वे अधिषद की बैठक में विधि-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए आरक्षी अधीक्षक को पत्र भेजें.
वार्षिक प्रतिवेदन तैयार, 16 फरवरी को होगी समीक्षा बैठक : लेखन एवं प्रकाशन समिति के संयोजक उप कुलसचिव शैक्षिक डा सुधांशु शेखर एवं सह संयोजक प्रेस अधीक्षक शंभू नारायण यादव ने अपने कार्यों का ब्यौरा प्रस्तुत किया. दोनों ने बताया कि वार्षिक प्रतिवेदन के मुद्रण का कार्य लगभग पूरा हो गया है और अध्यक्षीय अभिभाषण तैयार हो रहा है. भोजन एवं अल्पाहार समिति के संयोजक केंद्रीय पुस्तकालय के प्रोफेसर इंचार्ज डा अशोक कुमार एवं सह संयोजक उप कुलसचिव पंजीयन डा दीनानाथ मेहता ने अपने कार्यों की जानकारी दी. बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि सभी समितियां अपने-अपने कार्यों को 15 फरवरी तक अंतिम रूप दें. जिसके बाद 16 फरवरी को एक समीक्षा बैठक होगी, जिसमें कार्यों को अंतिम रूप दिया जायेगा.
कुलपति स्वयं कर रहे हैं कार्यों की निगरानी : जनसंपर्क पदाधिकारी ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन अभिषद की बैठक को लेकर काफी गंभीर है और कुलपति स्वयं सभी कार्यों की निगरानी कर रहे हैं. कुलपति ने सभी पदाधिकारियों एवं मुख्यालय के विभिन्न कार्यालयों में कार्यरत कर्मचारियों को सीनेट से संबंधित सभी कार्यों को अविलंब पूरा करने का निदेश दिया गया है.
इस अवसर पर डीएसडब्ल्यू डा पवन कुमार, परीक्षा नियंत्रक आरपी राजेश, डा अशोक कुमार सिंह, डा भूपेंद्र प्रसाद सिंह, डा अभय कुमार, डा अबुल फजल, डा शंकर कुमार मिश्र, डा राजेश्वर राय, डा विनोद कुमार यादव, शंभु नारायण यादव, पृथ्वीराज यदुवंशी आदि उपस्थित थे.