मधेपुरा/बिहार : जिले के अपराधी, चोर तथा असामाजिक तत्वों के लोगों की अब खैर नहीं है. जिले में बढ़ती चोरी की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए तथा जिले की पुलिस अपने कर्तव्य को निभा रही है या नहीं तथा मुस्तैदी के साथ रात्रि गश्ती कर रही है या नहीं, इसका निरीक्षण स्वयं पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार कर रहे हैं. शुक्रवार की देर रात लगभग 12 बजे अचानक सर्द-अंधेरी रात में जिला मुख्यालय की सड़कों पर पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार हालात का जायजा लेते एवं संदिग्ध लोगों तथा वाहन चालकों से पूछताछ करते नजर आये. जिसे सदर थाना के पुलिस पदाधिकारियों एवं पुलिस कर्मियों तथा सड़कों पर बेवजह घूमने वाले लोगों के बीच हड़कंप मच गई. हालात यह था कि सदर थाना परिसर एवं सड़कों पर पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस कर्मी मुस्तैदी के साथ अपने ड्यूटी पर तैनात नजर आये. पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार का सर्द-अंधेरी रात में अचानक से सड़कों पर निकल आने का कारण जिले में लगातार बढ़ रही चोरी की घटनाओं पर रोक लगाना एवं सदर थाना की पुलिस रात्रि गश्ती को कितनी जिम्मेदारी से निभा रहे हैं, उसका जायजा लेना था.
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चौक-चौराहों व स्टेशन परिसर में रुककर पुलिस अधीक्षक ने लोगों से की पूछताछ : मालूम हो कि ठंड में चोरी की घटनायें बढ़ जाती है. दीपावली की रात भी सदर थाने से महज कुछ ही दूरी पर स्थित जिला मुख्यालय के स्टेशन रोड स्थित एक फर्नीचर की दुकान में लाखों की चोरी हो गई थी. जिससे व्यवसायियों एवं आम लोगों में सदर थाने के पुलिस के प्रति आक्रोश उत्पन्न हो चुका था. पुलिस की कार्यशैली के प्रति लोगों का सवाल उठने लगा था. पुलिस पर से लोगों एवं व्यवसायियों का भरोसा उठने लगा था. इस भरोसे को बनाए रखने के लिए एवं रात में सड़कों का हालात का जायजा लेने के लिए सर्द-अंधेरी रात में पुलिस अधीक्षक को सड़क पर उतरना पड़ा. इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने शहर की विभिन्न जगहों का भ्रमण किया तथा पैदल गस्ती कर चौक चौराहों पर तैनात पुलिस पदाधिकारियों एवं पुलिस कर्मियों को उनके जिम्मेदारी का एहसास दिलाया. साथ ही चौक चौराहों एवं स्टेशन परिसर में रुक कर वाहन चालकों एवं आम लोगों से कड़ी पूछताछ की.
पुलिस अधिकारियों को सादे लिबास में सड़क पर घूमने का निर्देश : पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार ने कहा कि सर्दियों के समय में चोरी की घटनायें अचानक बढ़ जाती है. जिसे रोकने के लिए पूरे सदर थाना क्षेत्र को बीट सेक्टर में बांट दिया गया है. बीट में पैदल गस्ती को और सुदृढ़ करने के लिए तथा सड़कों पर पुलिसकर्मी कितने मुस्तैद हैं, इसका जायजा लेने के लिए सड़कों पर उतरे हैं. उन्होंने कहा कि उनके द्वारा किया गया रात्रि गस्ती, अपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए डेली रूटीन में शामिल है. उन्होंने कहा कि इस रूटीन के अनुसार रात्रि में पुलिस गश्ती वाहन घूम रही है नहीं, इस पर भी नजर रखी जा रही है. इसके लिए पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि रात्रि में सादे लिबास में सड़कों पर घूमे और रात्रि गश्ती वाहन पर नजर रखें. साथ ही सभी गश्ती वाहन में जीपीएस लगाया गया है. जिस पर भी नजर रखी जा रही है. उन्होंने कहा कि सदर थाना क्षेत्र को दो भागों में बांट कर, दो गश्ती वाहन से रात्रि गश्ती का कार्य निर्धारित है. रात्रि गश्ती का समय रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक है.
पुलिस अधिकारी कार्य के प्रति नहीं बरतें लापरवाही, नहीं तो होगी कार्रवाई : एसपी ने कहा कि पुलिस पदाधिकारी एवं कर्मी अपने ड्यूटी पर तैनात रहें. ड्यूटी पर तैनात नहीं रहने वाले एवं कार्य में लापरवाही बरतने वाले पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों की भी खैर नहीं है. उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जिले के लोगों की हिफाजत करना एवं अपराधियों को सजा दिलाना ही पुलिस का परम कर्तव्य है. इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने कहा कि सभी पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि रात्रि गश्ती के दौरान कोई भी संदिग्ध लोग नजर आते हैं तो उनसे कड़ी पूछताछ करें. उनके पास वाहन है तो वाहन संबंधित कागजात एवं उनका पहचान पत्र जरूर चेक करें. सड़कों पर रात्रि गश्ती से पूर्व पुलिस अधीक्षक अचानक सदर थाना पहुंच गये. जहां पर बारी-बारी से सभी पुलिस पदाधिकारियों से उनके कार्य को लेकर पुलिस अधीक्षक द्वारा पूछताछ की गई. साथ ही मौके पर मौजूद सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अजय नारायण यादव द्वारा उपस्थित पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस कर्मियों को आपराधिक घटनाओं पर रोक लगाने से संबंधित कई अहम दिशा निर्देश दिये गये. मौके पर सदर थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद सिंह समेत कई पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल तथा कमांडो मौजूद रहे.