मधेपुरा/बिहार : बीएनएमयू में पीएचडी एडमिशन टेस्ट (पैट) 2020 शुक्रवार को संपन्न हुई. इसके लिए बीएनएमयू के नार्थ कैंपस को परीक्षा केंद्र बनाया गया था. परीक्षा के लिए परीक्षार्थी नौ बजे से ही परीक्षा केंद्र पर पहुंचने लगे थे परीक्षार्थियों की गहन तलाशी के बाद परीक्षा केंद्र के अंदर प्रवेश की अनुमति दी जा रही थी. परीक्षार्थियों का प्रवेश पत्र एवं पहचान पत्र जांच करने के बाद परीक्षा केंद्र के अंदर जाने दिया जा रहा था. साथ ही कोविड-19 के निर्देशों का भी पालन किया गया. उपस्थित कर्मियों द्वारा परीक्षार्थियों को मास्क लगाने का निर्देश दिया गया तथा सैनिटाइजर दिया गया.
कुलपति प्रो डा राम किशोर प्रसाद रमण ने चारों केंद्रों पर परीक्षा का निरीक्षण किया. परीक्षा के दौरान डीएसडब्ल्यू डा अशोक कुमार यादव, कुलसचिव डा मिहिर कुमार ठाकुर, परीक्षा नियंत्रक राजेश्वर प्रसाद राजेश समेत अन्य अधिकारी केंद्रों का जायजा लेते रहे. चार केंद्रों को मिलाकर 1669 परीक्षार्थी परीक्षा में उपस्थित हुए, जबकि 774 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे. परीक्षा में 2443 परीक्षार्थियों को शामिल होना था. परीक्षा भवन में 254 अनुपस्थित व 599 उपस्थित, एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक में 205 अनुपस्थित व 342 उपस्थित, सोसल साइंस ब्लॉक में 160 अनुपस्थित व 368 उपस्थित तथा साइंस ब्लाॅक में 155 अनुपस्थित व 360 परीक्षार्थी उपस्थित रहे.
तीन घंटे के दो पालियों में पूछे गए दो सौ नंबर के प्रश्न : परीक्षा दो पेपर तथा तीन घंटे का आयोजित किया गया था. पहली पाली की परीक्षा 11:30 बजे से 12:30 बजे तक हुई. जिसके बाद 15 मिनट का ब्रेक दिया गया. दूसरी पाली की परीक्षा 12:45 बजे से 02:45 बजे तक हुई. दो पेपर की होने वाली परीक्षा में प्रथम पेपर में जेनरल एंड रिसर्च एप्टिट्यूड टेस्ट पर आधारित प्रश्न पूछे गए. इसमें सभी प्रश्न ऑब्जेक्टिव आधारित थे. इससे जुड़े 50 सवाल पूछे गए एवं सभी सवाल दो-दो नंबर, यानी पूरे प्रश्न एक सौ नंबर के थे. इसके लिए एक घंटे का समय दिया गया. इसके तुरंत बाद दूसरा पेपर सब्जेक्टिव था. इसमें स्नातकोत्तर स्तर के संबंधित पेपर से प्रश्न पूछे गए. इसमें भी एक सौ नंबर के प्रश्न पूछे गए. इसके लिए दो घंटे का समय दिया गया था.
चार भवन को बनाया गया था परीक्षा केंद्र : बीएनएमयू के नॉर्थ कैंपस स्थित चार भवन को परीक्षा केंद्र बनाया गया था. नॉर्थ कैंपस के परीक्षा भवन में फिजिक्स, केमेस्ट्री, बॉटनी, जूलॉजी, मैथमेटिक्स, जॉग्रफी, साइकोलॉजी एवं कॉमर्स के छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दिया. वहीं सोशल साइंस ब्लॉक में इंग्लिश, हिंदी एवं उर्दू के परीक्षार्थियों ने परीक्षा दिया. साथ ही साइंस ब्लॉक में इकोनॉमिक्स, सोशियोलॉजी, पॉलिटिकल साइंस, संस्कृत, फिलॉसफी एवं मैथिली के छात्र ने परीक्षा दिया. वहीं प्रशासनिक भवन में मात्र इतिहास विषय के छात्रों ने परीक्षा दिया.
दो बार परीक्षा हो चुकी थी स्थगित : मालूम हो कि इससे पूर्व दो बार पैट की परीक्षा स्थगित की जा चुकी है. पहले 15 अप्रैल की तिथि निर्धारित की गई थी, लेकिन कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण परीक्षा को स्थगित करना पड़ा था. इसके बाद नौ जुलाई को परीक्षा आयोजन की तिथि निर्धारित की गई, लेकिन राज्य सरकार ने कोरोना को लेकर परीक्षा आयोजन की अनुमति नहीं दी गई थी. जिसके बाद 27 अगस्त यानी शुक्रवार को परीक्षा आयोजित हुई.
सड़क पर लगा घंटो जाम : पैट में बिहार के अलावा झारखंड, बंगाल एवं अन्य राज्यों के छात्र-छात्राओं ने भी भाग लिया. परीक्षा को लेकर छात्र छात्रा में काफी उत्साह रहा. परीक्षा से पूर्व हल्की सी बारिश ने परीक्षार्थियों को परेशान जरूर किया, लेकिन स्थिति को देखते हुए, विश्वविद्यालय प्रशासन ने देर से पहुंचने वाले छात्रों को भी प्रवेश की अनुमति दी. साथ ही परीक्षा प्रारंभ होने से पूर्व एवं समाप्ति के बाद विश्वविद्यालय वाली सड़क पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई. जिसके कारण घंटों तक छात्रों को जाम का सामना करना पड़ा.
अमित