मधेपुरा/बिहार : बरसात के मौसम में मधेपुरा नगर परिषद की सूरत गांव से भी बदतर हो जाती है. घोर असुविधा के कारण थोड़ी सी बारिश में जलजमाव हो जाता है. जिससे सड़कें तालाब जैसी दिखने लगती है. विगत दो-तीन दिनों से रुक-रुक कर बारिश से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली हैं, वहीं जगह-जगह जलजमाव की समस्या भी उत्पन्न हो गई है. बीते कुछ वर्षों में शहर के गली-गली में नाला बनने के बाद लोगों को एक उम्मीद जगी थी कि अब जलजमाव की समस्या से निजात मिलेगी, लेकिन जल निकासी की समस्या अब भी बनी हुई है. इसका मुख्य कारण यह है कि नाला तो लगभग नगर परिषद क्षेत्र के सभी गली-मोहल्लों में बन गया है, लेकिन जल निकासी की सुदृढ़ व्यवस्था नहीं की गई है तथा नालों में जमा कचरा का सही समय पर सफाई नहीं हो पाती है.
बारिश होने से गर्मी से मिली राहत तो अस्त व्यस्त हुआ लोगों जनजीवन : गुरुवार को सुबह झमाझम बारिश से नगर परिषद क्षेत्र के मुख्य सड़कों से लेकर गली-मोहल्ला तक हुआ पानी पानी हो गया है. जलनिकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण बारिश का पानी सड़कों पर लगा रहा है. जगह-जगह जलजमाव हो जाने से लोगों को आवागमन में दिक्कतें हो रही है. कई मुहल्लों में तो लोगों को पानी में घुसकर ही आवाजाही करनी पड़ रही है. गुरुवार को सुबह लगभग 05:30 बजे से नौ बजे तक तेज बारिश के बाद दो-तीन घंटे हल्की बारिश होती रही. बारिश होने से इधर कुछ दिनों से पड़ रही गर्मी से लोगों को राहत मिली है तो वहीं बारिश होने से लोगों जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. बारिश के कारण शहर के कई मुहल्ले जलमग्न हो गए हैं. कई चौक-चोराहों पर तो बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई. पैदल चलने वाले लोगों की तो बहुत दूर की बात है, वाहन चालकों को भी बाढ़ जैसी जलजमाव से आवागमन करने में परेशानी हो रही है.
बारिश के बाद सड़क के गंदगी के साथ मिल कर तैरने लगती है नाला का पानी : जिला मुख्यालय में कॉलेज चौक, पुरानी बाजार, वार्ड नंबर 08, 10 एवं 11 का चौराहा, लेहरी मुहल्ला, मस्जिद चौक, सदर अस्पताल के समीप, पानी टंकी चौक, आजाद टोला रोड, जगजीवन पथ, थाना चौक, लक्ष्मीपुर मुहल्ला, सुभाष चौक, मुख्य बाजार, एसबीआई मुख्य शाखा रोड, सदर अनुमंडल कार्यालय परिसर, गुलजारबाग मुहल्ला, पूर्णिया गोला चौक, कर्पूरी चौक, बस स्टैंड समेत अन्य मुहल्लों में हल्की सी भी बारिश होने पर सड़क पर पानी लग जाता है. जलनिकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण ऐसी समस्या उत्पन्न होती है. मुहल्लों में बारिश होने पर घरों के आंगन तक पानी लग जाता है. जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. थोड़ी सी भी बारिश नगर परिषद के जलनिकासी व्यवस्था की पोल खोल कर रख देती है. शहर में ड्रेनेज सिस्टम नहीं बनने के कारण नाला में लबालब पानी भर जाता है, जो बारिश के बाद सड़क के गंदगी के साथ मिल कर तैरने लगती है. कमोबेश शहर की सभी सड़कों की हालत खराब है.
सुविधा देने के बजाय दुख देने का कारण बन गयी है नाला : झमाझम बारिश ने शहर की सड़कों को पानी-पानी कर दिया. जलजमाव की वजह से लोगों का मुख्य बाजार तो दूर मुहल्ले की सड़कों से गुजरना मुश्किल हो गया. शहरी लोगों को प्रत्येक वर्ष ऐसी फजीहत झेलना मजबूरी बन गयी है. बावजूद सांसद, विधायक ही नहीं, बल्कि नगर परिषद के अधिकारी भी उदासीन बने रहते हैं. जिले के आलाधिकारी रोजाना इस समस्या से रू-ब-रू होने के बावजूद योजनाओं के नाम पर आश्वासन की घुटी पिलाकर बात खत्म कर लेते हैं. शहर में नाला होने का कोई फायदा नहीं है, स्थिति में जरा सी सुधार नहीं हुई है. नाला लोगों को सुविधा देने के बजाय दुख देने का कारण बन गयी है. कई जगह नाला एवं उनके ढक्कन ध्वस्त पड़े हैं. शीघ्र ही नगर परिषद जलजमाव की समस्या को लेकर सख्त कदम नहीं उठाती है तो आने वाले समय में शहर के लोगों को बहुत परेशानी होगी.