मुरलीगंज/मधेपुरा/बिहार : मुरलीगंज में बीपीएससी के 64 वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा मे मुरलीगंज की दो बेटियो ने परचम लहराया है। इस उपलब्धी से प्रखंडवासी गौरवान्वित महसूस करते हुए बधाई दिया है।
नगर पंचायत के वार्ड नौ निवासी सेवानिवृत शिक्षक शत्रुघन प्रसाद यादव व आदर्श मध्य विधालय की सहायक शिक्षिका कुमारी मीरा की पुत्री निशा आनंद उर्फ रानी ने बीपीएससी मे सामान्य कोटि से 337 वां स्थान प्राप्त कर अंचलाधिकारी के लिये चयनित हुई है। निशा प्रारंभिक कक्षा से काफी मेधावी थी। उन्होने अपनी सफलता का श्रेय माता – पिता, भैया – भाभी, शिक्षको, दोस्तो एवं पति को दिया है। निशा का प्रारंभिक पढ़ाई जानकीनगर के निजि विधालय मे, मैट्रिक बीएल स्कूल मुरलीगंज, इंटर व ग्रेजुएशन मधेपुरा से एवं पीजी नालंदा ओपेन यूनिर्वसिटी से की है।
वही निशा ने बताया कि बिहार लोक सेवा संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा मे तीसरी बार मे सफलता मिली है। वर्ष 2020 मे वैवाहिक बंधन मे बंधी है। बताया कि इस सफलता मे ससुराल वालो ने काफी प्रोत्साहित किया है। उन्होने बताया कि एसडीएम बबना उनका सपना है। इसके लिए सफलता के बाद भी काफी मेहनत कर रही है। साथ ही बताया कि वह काफी दिनो तक अपने भाई अभिनव कुमार के साथ दिल्ली मे रहकर तैयारी कर रही थी। इनकी सफलता से परिवार वालो मे खुशी का माहौल है।
वही दूसरी नगर पंचायत के वार्ड संख्या पांच गौशाला चौक स्थित वर्षो से भाड़े के मकान मे रह रहे यदुआपट्टी निवासी पवन भगत व किरण देवी की बड़ी पुत्री नेहा कुमारी ने बीपीएससी प्रतियोगीता परीक्षा मे 1326 वां स्थान प्राप्तकर आपूर्ती पदाधिकारी के लिये चयनित हुई है। बताया गया कि इनके परिवार मे पहली बार सरकारी सेवा के लिये चयनित हुआ है। बेटी की सफलता से माता – पिता, भाई बहन, सहित स्वजन काफी उत्साहित है। पवन भगत ने बताया कि नेहा का प्रारंभिक पढ़ाई कक्षा आठ तक सोनी मध्य विधालय, मेट्रिक – इंटर तक की पढ़ाई बीएल स्कूल एवं ग्रेजुएशन पटना वीमेंश कालेज से की है। उन्होने बताया कि घर मे ही रहकर मेरी पुत्री तैयारी करती थी। इसकी उपलब्धी मे स्थानीय शिक्षको का काफी योगदान रहा है। नेहा ने बताया कि इस सफलता को स्वीकार करते है। लेकिन यूपीएससी की तैयारी कर उसमे सफलता प्राप्त करना मेरा उद्देश्य है। नेहा ने अपनी सफलता का श्रेय माटा – पिता, शिक्षको, भाई बहन एवं दोस्तो को दिया है।
इनका पैतृक घर कुमारखंड प्रखंड के यदुवापट्टी मे है। करीब 16 वर्ष पूर्व पवन भगत बच्चो की पठन पाठन के लिए मुरलीगंज मे भाड़े का मकान लेकर रहने लगे। यह एक मध्यम वर्गीय गल्ला व्यवसायी है। जो अनाज की खरीद – बिक्री कर परिवार चलाते है।