नालंदा/बिहार : जिला मुख्यालय बिहारशरीफ में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को लेकर 5 मई से 15 मई 2021 तक लॉकडाउन लगाया गया है ताकि कोरोना के संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। बिहार सरकार और जिला प्रशासन भी कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरा को देखते हुए लॉकडाउन को सख्ती से पालन कराने की बात कही गई थी लेकिन नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा के मुख्यालय बिहार शरीफ में लॉकडाउन का पालन होता नहीं दिख रहा है, 7:00 बजे से लेकर 11:00 बजे तक खाद्य सामग्री और दवाएं के अलावे अति आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खोलने की अनुमति दी गई है। इसके बावजूद दिन के 12:00 बजे तक के कुछ दुकानें खुली रहती है और सड़कों पर गाड़ियां सरपट दौड़ती रहती है।
शहर के रामचंद्रपुर स्थित बाजार समिति के सब्जी मंडी में इस तरह सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही है देखने से रोंगटे खड़े हो जाते हैं भीड़ को देखकर ऐसा लगता है कि कोरोना का महा विस्फोट ना हो जाए। ना लोगों के मुंह पर मास्क और ना सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कुछ नहीं हो रहा है। बिहार सरकार के गाइडलाइन को अनुपालन होते हुए नहीं देखा जा रहा है। जबकि जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ लॉकडाउन को पूरी तरह पालन कराने के लिए सड़कों पर उतरे हुए हैं इसके बावजूद भी दुकानदार भी लुकाछिपी अपने कारोबार को अंजाम देते नजर आते हैं। जब के शहर में अब तक दुकान खोलने के आरोप में दर्जनों दुकानों को सील कर दर्जनों से ज्यादा व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जा चुका है लेकिन पर्व और शादी का लगन होने के कारण सड़कों पर भीड़ उमड़ रही है।
शहर के लहेरी थाना स्थित भराव चौराहा पर तो पूरी तरह लॉकडॉन का उल्लंघन करते हुए देखा जाता है और वहां पर पुलिस पूरी तरह नदारद रहती है। शहर में दर्जनों जगहों पर दुकान को बंद होने के बाद भी लोग बाहर में बैठकर गप्पे मारते हुए नजर आते हैं। जिले के कई प्रखंड मुख्यालयों से भी लॉकडाउन का पालन सही ढंग से नहीं किया जा रहा इससे ऐसा महसूस होता है कि हम कोरोना के चेन तोड़ने में सफल हो पाएंगे, किया हम कोराना की जंग जीत सकते हैं जब तक जनता का सहयोग नहीं मिलेगा तब तक हम कोरोना की जंग जीत नहीं सकते हैं।, कोरोना से डरे नहीं लड़े, घरों में रहें सुरक्षित रहें।