मधेपुरा जननायक कर्पुरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज का आयुक्त ने लिया जायजा, समीक्षात्म बैठक कर दिए आवश्यक दिशा निर्दश

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मधेपुरा/बिहार : बुधवार को जननायक कर्पुरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल में आयुक्त कोशी प्रमंडल सहरसा राहुल रंजन महिवाल की अध्यक्षता में कोविड-19 विषय पर समीक्षात्म बैठक किया गया. इस बैठक में जिला पदाधिकारी श्याम बिहारी मीणा, पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा गौरीकांत मिश्र, अधीक्षक डा राकेश कुमार, अपर समाहर्ता सह लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी शिव कुमत शैव, उप विकास आयुक्त विनोद प्रसाद सिंह, सदर अनुमंडल पदाधिकारी नीरज कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी गोपाल कुमार ने भाग लिया. इस दौरान कोविड-19 के मामले में लगातार हो रही वृद्धि के पश्चात मेडिकल कॉलेज में दी जा रही स्वास्थ्य सुविधा पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई. वहीं भविष्य में किसी भी तरह की समस्या न हो इसके लिए आवश्यक दिशा निर्दश भी दिया.Photo : www.therepublicantimes.co

मेडिकल कॉलेज को मिलेंगे और लगभग 15 डॉक्टर : कोशी प्रमंडलीय आयुक्त राहुल रंजन महिवाल ने बताया कि मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल को कोविड-19 संबंधित सुविधाएं देने के लिए डेडीकेटेड कोविड-19 अस्पताल घोषित किया गया है. यहां मूल रूप से ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता, प्रत्येक दिन खपत और आवत की जानकारी, वेंटिलेटर का अधिकतम आदर्श उपयोग, साथ में हमारे जो अपने फ्रंटलाइन वर्कर, वारियर्स जो कोरोना से लड़ रहे हैं, उनके इलाज की क्या सुविधाएं हो रही है, कितने पद खाली या भरा हुआ है, उसकी जानकारी ली गई है. 10 मई को वाक इन इंटरव्यू करेंगे. उसके रोस्टर से संबंधित बातें मेडिकल कॉलेज प्रशासन से हो गई है. मेडिकल कॉलेज को लगभग 15 डॉक्टर मिलेंगे.

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कोविड-19 से लड़ने के लिए मेडिकल कॉलेज को किया जा रहा है सुदृढ़ : कोशी प्रमंडलीय आयुक्त राहुल रंजन महिवाल ने बताया कि मेडिकल कॉलेज को कोविड-19 से लड़ने के लिए और सुदृढ़ किया जा रहा है. कोविड-19 की लड़ाई में इसको एक अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस केंद्र के रूप में सुदृढ़ किया जा रहा है. ज्यादा से ज्यादा रोगियों को हम बहुत कम समय में स्वस्थ कर उन्हें वापस घर भेजें, इस पर भी कार्य किया जा रहा है. लोगों में मास्क का उपयोग एवं लॉकडाउन का पालन करने के लिए लोगों को जागरूक करने में सभी अधिकारी लगे हुए हैं. इम्युनिटी बढ़ाने के लिए विटामिंस टेबलेट, पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है या नहीं और लोगों को मिल रहा है कि नहीं, इसकी भी जानकारी ली गई है.

चार-पांच जिलों के लिए कोविड में वरदान साबित हो रहा है जेएनकेटी : कमिश्नर राहुल रंजन महिवाल ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, मधेपुरा समेत आसपास के चार-पांच जिलों के लिए कोविड-19 में वरदान साबित हो रहा है. जो आसपास के चार- पांच जिलों के लोगों को मिल रहे हैं. जो भी इसमें छोटी-मोटी समस्याएं प्रतिदिन के कार्यों में आ रही है, उसे दूर करने के लिए बैठक हुई है. जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक लगातार मेडिकल कॉलेज पर नजर बनाए हुए हैं. साथ ही डीएम-एसपी के द्वारा कोरोना संक्रमित लोगों की व्यवस्था को लेकर निरीक्षण भी किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज समेत अन्य अस्पतालों में पूर्णा संक्रमित मरीजों को किसी तरह की परेशानी ना हो, इसके लिए वे लगातार जिले के अधिकारियों से लेकर मेडिकल कॉलेज प्रशासन के संपर्क में रहते है. इसी कड़ी में उन्होंने बुधवार को मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण भी किया है.

कोई भी डॉक्टर या कर्मी कर्तव्य हीनता में पाए जाते हैं तो की जायेगी कार्रवाई : मरीजों, परिजनों, आम लोगों एवं जनप्रतिनिधियों के द्वारा डॉक्टरों के वार्ड में नहीं जाने की शिकायत पर कमिश्नर ने कहा कि मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था को पूरी तरह दुरुस्त किया जा रहा है. कोई भी डॉक्टर या कर्मी कर्तव्य हीनता में पाए जाते हैं तो उन पर महामारी एक्ट के साथ-साथ अनुशासनिक की कार्रवाई की जायेगी. इन सभी चीजों को दुरुस्त करने के लिए मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल प्राचार्य एवं अधीक्षक से बात हुई है, उम्मीद है कि यहां के लोगों को आगे इस तरह की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा. जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल को पांच सौ बेड का कोविड डेडिकेटेड अस्पताल बनाने को लेकर कमिश्नर ने कहा कि कार्य शुरू हो चुका है. दो से तीन महीने में सभी संसाधन पूर्ण कर लिए जायेंगे.

ससमय कार्य करने के लिए एलएनटी को दी गई है हिदायत : मंगलवार को 24 घंटे तक बिजली नहीं आने की बात पर उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज प्रशासन के द्वारा युद्ध स्तर पर बिजली का कार्य करा लिया गया है. कुछ एलएनटी के स्तर पर कार्य बाकी है. उन्हें हिदायत दी गई है कि ससमय अपना कार्य कर ले. उन्होंने कहा कि मरीज के परिजनों के द्वारा कोविड-19 मरीज का कार्य नहीं करना है. इसके लिए मेडिकल कॉलेज प्रशासन खुद कार्य करेगी. वहीं दूसरी तरफ 50 बेड के लिए भी पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलने की बात पर उन्होंने कहा कि 180 ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता होती है. जबकि दो सौ सिलेंडर हमारे पास आ रही है. हालांकि कुछ एक-दो घंटे दर हो जाती है. ऐसी कभी शिकायत नहीं मिली है कि ऑक्सीजन के बिना किसी की मौत हुई हो. वहीं उन्होंने कहा कि अभी भागलपुर व मुजफ्फरपुर से ऑक्सीजन आ रहा है. बहुत जल्द मेडिकल कॉलेज में खुद का प्लांट होगा. उसके बाद किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी.

अमित कुमार अंशु
उप संपादक

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