छातापुर/सुपौल/बिहार : मुख्यालय पंचायत के वार्ड नंबर 15 निवासी एक किशोरी के अपहरण कर लिये जाने का मामला प्रकाश में आया है। अपहृत किशोरी के पिता द्वारा आवेदन दिये जाने के बावजूद थाना पुलिस अपहरणकर्ताओं के विरूद्ध कार्रवाई करने से परहेज कर रही है। हैरानी की बात यह है कि पीड़ित परिजनों द्वारा थानाध्यक्ष को अबतक तीन आवेदन दिया जा चुका है। थानाध्यक्ष के टाल-मटोल रवैय से तंग आकर पीड़ित माता पिता के द्वारा मामले की शिकायत एसपी से की गई, बावजूद इसके कार्रवाई के प्रति थानाध्यक्ष के रूख में कोई बदलाव नहीं आया।
अपहृता की माता पिता ने बताया कि अपहरण के घटना की शिकायत एसपी सुपौल से करने के बाद थानाध्यक्ष ने पुनः आवेदन लेकर थाना बुलाया था। जिसके बाद बीते शुक्रवार को अबतक का तीसरा आवेदन थानाध्यक्ष को दिया गया। लेकिन अभीतक उसके नाबालिग पुत्री की खोजबीन नहीं की जा सकी है और न ही आरोपियों के विरूद्ध कोई कार्रवाई की जा रही है।
बताया कि उनकी नाबालिग पुत्री इसबार मैट्रिक की परीक्षा देने वाली थी, अपहृता की मां ने थाना को दिये आवेदन में बताया है कि अपहरण की घटना बीते 10 दिसंबर को हुई थी, पडोसी सहोदर जयकिशुन यादव ने साजीश कर जदिया थाना क्षेत्र के कोरियापट्टी निवासी मिथिलेश कुमार यादव, राजेश्वरी ओपी क्षेत्र के भवानीपट्टी बैरिया निवासी नीरज कुमार एवं दो अज्ञात लोगों के सहयोग से उनकी पुत्री को गायब करवा दिया है। गायब पुत्री की खोजबीन करने लगे तो घटना के दो दिन बाद जयकिशुन व नीरज रात्रिकाल घर आये और खोजबीन नहीं करने की धमकी देते हुए पुत्री के एवज में दो लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। दोनों ने यह भी बताया कि उसकी पुत्री अभी मिथिलेश के कब्जे में है। थाना पुलिस करने पर दूसरी पुत्री का भी अपहरण कर लेने तथा पुरे परिवार को जान से मार देने की धमकी दिया।
इस बाबत एसडीपीओ गणपति ठाकुर से पूछने पर बताया कि दो जनवरी को प्राथमीकि दर्ज की गई है, दर्ज कांड संख्या 04/21 में तीन नामजद व दो अज्ञात लोगों को अभियुक्त बनाया गया है।