मधेपुरा (बिहार) : नवंबर के आखरी दिनों में ठंड के दस्तक देते ही क्षेत्र में गर्म कपड़ों की मांग भी बढ़ गई है. जिले में पिछले कुछ दिनों से मौसम में ठंडक बढ़ गई है. ऐसे में लोग गर्म कपड़ों की खरीददारी में जुट गए हैं. रेडीमेड कपड़ों की दुकानों पर इन दिनों काफी भीड़ देखी जा रही है. हालाकि अभी दिन के समय सर्दी नहीं पड़ रही है. जिसके कारण अधिकतम तापमान में गिरावट नहीं देखी जा रही, लेकिन रात के समय मौसम सर्द होने लग गया है और सुबह लोगों को ठंड का अहसास हो रहा है. जिसके कारण सर्दियों में प्रयुक्त होने वाले गर्म कपड़ों, जूते, जुराबों इत्यादि की माग भी बढ़ गई है. दुकानों पर भी लोगों ने गर्म कपड़ों इत्यादि की खरीददारी शुरू कर दी है.
शादी का सीजन होने के कारण बाजार में बढ़ी चहल-पहल : शादियों का सीजन भी शुरू हो जाने की वजह से बाजार में काफी चहल-पहल देखने को मिल रही है. सर्दियों के मौसम में शादियां होने के कारण लोग बच्चों व बड़ों दोनों के ही गर्म कपड़े खरीद रहे हैं. जिला मुख्यालय स्थित गर्म कपड़ों के दुकानदार पराग गुप्ता ने बताया कि ठंडक बढ़ने से अब गर्म कपड़ों की ज्यादा बिक्री रही है. ठंडे मौसम व मध्यम वर्ग के लोगों के तेवरों को भांप कर इस बार बाजार में ऐसे वस्त्र उपलब्ध है, जो आम आदमी की पहुंच में है. दुकानदार रौशन गुप्ता ने बताया कि बाजारों में इस बार कुछ खास प्रकार के गर्म कपड़ों की सेल शुरू की गई है.
ठंड की दस्तक के साथ सुबह में बढ़ी ठंडी हवा : ठंड की दस्तक के साथ सुबह में बढ़ने वाली ठंडी हवा मौसम में आई तब्दीली से अवगत करा रहा है. गर्म कपड़े के बगैर अब लोग घर से बाहर निकलने से परहेज करने लगे हैं. कोई भी यात्रा शुरू करने से पहले स्वेटर, चादर, माफलर की खोजबीन जरूर कर लेते हैं. अब सुबह में धूप की गरमाहट के लिए लोग इच्छुक होते हैं. सूर्योदय के बाद धूप सेंकने का प्रयास भी होता है. उल की बिक्री बढ़ गई है. महिलाएं खाली समय में उल से स्वेटर बुनने में जूट जाती हैं.
अभी अलाव की जरूरत नहीं : अभी शीतलहर व कनकनी का असर नहीं होने के कारण अलाव की जरूरत नहीं पड़ रही है, लेकिन बीच-बीच में सुबह देर से धूप खिलने से ठंड का असर होने लगा है. लोग इससे बचने के लिए गर्म कपड़ों का प्रयोग पूरी तरह शुरू कर दिया है. किसी-किसी दिन सुबह में घना कुहासा का भी असर देखा जाता है.
गर्म कपड़ों की मांग बढ़ी : शहर के रेडीमेड दुकानों पर स्वेटर, मफलर, जैकेट व अनेक किस्म के रजाई की बिक्री बढ़ गई है. रजाई की मांग जोर पकड़ ली है. स्थानीय स्तर पर तैयार होने वाले रजाई बनवाने वालों की संख्या बाजार में काफी देखी जा रही है. लोग स्थानीय स्तर पर तैयार रजाई को लोग काफी पसंद कर रहे हैं. रजाई के लिए रूई की भी खरीदारी जोरों से चल रही है. शहर के चौक-चौराहों पर गर्म कपड़ों की बिक्री तेज हो गई है. फुटपाथी दुकानों पर बच्चे के कपड़े व शॉल की बिक्री देखी जा रही है. शॉल, स्वेटर सहित अन्य गर्म कपड़े की बिक्री करने वाले फेरी वाले ग्रामीण क्षेत्रों में दौडऩे लगे हैं.
ठंड से बचाव का रखें ख्याल : ठंड की शुरुआत हो चुकी है. इस मौसम में बच्चों में कई तरह की बीमारियों होने की आशंका रहती है, जबकि बुजुर्गों को भी इस समय सावधानी बरतने की आवश्यकता है. बदलते मौसम में बच्चों में निमोनिया होने की आशंका रहती है. ठंड का मौसम आने के साथ ही दांत दर्द, सर्दी, खांसी, बुखार का असर बच्चों व बुजुर्गों पर देखा जा रहा है. ठंड बढऩे पर सर्दी, खांसी, बुखार, निमोनिया के अलावा ज्वाइंट पेन के प्रति लोगों को सचेत रहने की जरूरत है.
ठंड के प्रकोप से बच्चों के बीमार होने का खतरा : शुरुआती ठंड को अक्सर लोग नजरअंदाज करते हैं, जबकि इस समय सावधानी बरतना लोगों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. सदर अस्पताल के चिकित्सक डा यश शर्मा बताते हैं कि ठंड से होने वाली बीमारियों में सावधानी ही बचाव का एक मात्र उपाय है. उन्होंने बताया कि ठंड के समय विशेष सावधानी बरतने की जरुरत है. ठंड के प्रकोप से बच्चों के बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है. ब्लड प्रेशर व हृदय रोगियों को भी परेशानी हो सकती है.