चौसा/मधेपुरा/बिहार : चौसा प्रखंड मुख्यालय के मुख्य बाजार में हल्की सी बारिश होने के बाद भी जल जमाव की समस्या उत्पन्न हो जाती है, जिससे राहगीरों के साथ दुकानदार तथा सरकारी कर्मी को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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यहाँ की सबसे बड़ी समस्या जलनिकासी की है और जलजमाव होने का मुख्य कारण चौसा बाजार के बीच स्थित तालाब है, जिस तालाब के चारों तरफ बाजार के साथ घनी आबादी बसती है। आबादी के बीच स्थित तालाब में चारों तरह के घरों का गंदा पानी इसी तालाब में गिरता है और हल्की सी बारिश होने पर तालाब भर जाता जिस कारण तालाब का प्रदूषित पानी बाजार, सरकारी कार्यालयों, सड़कों और आसपास के घरों प्रवेश कर जाता है।
जल जमाव होने से ना सिर्फ राहगीरों और दुकानदारों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है, बल्कि चौसा बाजार स्थित सरकारी कार्यालयों के पदाधिकारों और कर्मचारों को काफी दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है। मालूम हो कि चौसा बाजार स्थित ही राजस्व कचहरी, गांधी पुस्तकालय, कांग्रेस ऑफिस भी मौजूद है। और हल्की सी बारिश होने पर राजस्व कचहरी में भी गंदा पानी जमा हो जाता है, जिसकी वजह से कर्मचारी भी ऑफिस नहीं आते हैं और किसान राजस्व भुगतान करने से परेशान रहते हैं, वहीं पानी ज्यादा दिन तक जमा रहने सक्रमण फैलने की आशंकाएं बनी रहती है। बावजूद इसके निदान के लिए स्थानीय जन प्रतिनिधि या प्रशासन ने अब तक कोई ठोस पहल नहीं की, जिससे लोगों में काफी नाराजगी देखने को मिल रही है ।
आसपास के दुकानदार श्रीकांत मेहता, छत्तीस मेहता, मोहम्मद अफाक, मोहम्मद मुरताज, मोहम्मद इस्लाम, मोहम्मद असलम, सुरेश प्रसाद मोदी, टुनटुन कुमार सह, कैफ, आसिफ, प्रेम सुंदर गुप्ता, अब्दुल कादिर, शशि कुमार आदि स्थानीय जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन के प्रति आक्रोश जाहीर करते हुए कहा कि अगर जल्द की इस समस्या को दूर नहीं किया गया तो स्थानीय जनप्रतिनिधि के साथ साथ जिला प्रशासन के खिलाफ भी उग्र विरोध प्रदर्शन करेंगे।