बिहार का बाढ़ विधानसभा में हमेशा ही राजपूत जाति के प्रत्याशी का कब्ज़ा रहा है। वर्तमान में भाजपा से बाढ़ विधानसभा के विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू हैं। लेकिन इस बार का समीकरण कुछ खास बनता दिख रहा है।
राजद के सभी दावेदारों में प्रबल दावेदार एवं संभावित प्रत्याशी राजद नेत्री नमिता नीरज सिंह ने आज बाढ़ के भूमिहार बहुल क्षेत्र बेढ़ना एवं नदावां पंचायत में जनसंवाद कार्यक्रम की, जिसमें जनसैलाब उमड़ पड़ा। क्या बूढ़े, क्या युवा, क्या महिलाएं सभी ने नमिता नीरज सिंह के नारे लगाए और जनता के बीच से यह नारा गूंज उठा – “15 साल आक्रोश का धीरज, अबकी बार नमिता नीरज”।
आपको बता दें की बाढ़ विधानसभा में राजपूत समुदाय के मतदाता सबसे बड़ी संख्या में है। इसी समुदाय से राजद नेत्री नमिता नीरज सिंह आती हैं तथा एक आँकलन यह बताता है कि राजपूत जाति पर नमिता नीरज की मजबूत पकड़ है। साथ ही पिछले 4 वर्षों से उनके द्वारा बाढ़ विधानसभा क्षेत्र में किए जा रहे हैं सघन जनसंपर्क अभियान का ही नतीजा है कि दलित एवं अतिपिछड़ा समुदाय में भी उनकी अच्छी खासी पकड़ बन गयी है। विगत चुनावों में देखा गया है कि यादव और मुस्लिम वोट राजद के साथ मजबूती से जुड़ा हुआ है। अगर आगामी चुनाव में भूमिहार जाति का वोट राजद से जुड़ता है तो राजद के लिए यह एक मजबूत समीकरण बनता दिखेगा।
मालूम हो कि मोकामा विधायक अनंत सिंह का घर बाढ़ विधानसभा के नदावां गांव में पड़ता है। नमिता नीरज सिंह के आज के जनसंवाद कार्यक्रम में मोकामा विधायक के समर्थकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जिससे प्रतीत होता है की मोकामा विधायक अनंत सिंह ने अपना समर्थन नमिता नीरज सिंह को पूर्ण रूप से दे दिया है। अभी चुनावी बाजारों में यह भी चर्चा जोरों पर है कि मोकामा विधानसभा से निर्दलीय विधायक अनंत सिंह जल्द ही राजद का दामन थामने वाले हैं। अतः बाढ़ में राजद नेत्री नमिता नीरज सिंह को अनंत सिंह के प्रत्यक्ष समर्थन से बाढ़ विधानसभा राजद का अभेद किला बनता दिख रहा है और आगामी विधानसभा चुनाव में राजद बाढ़ विधानसभा में एक बड़ी मतों के अंतर से सीट पर काबिज़ हो जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।