मधेपुरा : वाहनों में ना तो सोशल डिस्टेंस और ना ही मास्क का उपयोग

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अमित कुमार अंशु
उप संपादक

मधेपुरा/बिहार : मंगलवार से बसों का परिचालन शुरू कर दिया गया है। यातायात काफी हद तक पहले के जैसे सामान्य होते नजर आई। सड़कों पर गाड़ियों की लंबी कतार नजर आई। भारी संख्या में सड़कों पर बस, हवा हवाई एवं ऑटो नजर आई। इस संबंध में परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने डीएम नवदीप शुक्ला एवं एसपी संजय कुमार को निर्देश दे दिया है।

डीएम ने बताया कि बसों एवं अन्य सार्वजनिक परिवहन के वाहनों का परिचालन कोविड-19 के तहत निर्धारित प्रावधानों के अनुसार किया जायेगा। बसों के परिचालन के दौरान सोशल डिस्टैंसिंग तथा बस ड्राइवर, कंडक्टर एवं यात्रियों को मास्क पहनना जरूरी होगा। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं किये जाने पर संबंधित बस संचालक एवं मालिक पर कार्रवाई की जायेगी एवं बस का परमिट भी रद्द की जायेगी।

वाहनों में ना तो सोशल डिस्टेंस और ना ही मास्क का उपयोग : बसों एवं अन्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट का परिचालन शुरू होने के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग समेत अन्य नियमों का भी उल्लंघन होना शुरू हो गया है। जिला प्रशासन ने वाहन मालिकों, चालकों एवं कंडक्टर को साफ निर्देश दिया है कि बिना मास्क पहने किसी भी यात्री को वाहन में ना चढ़ने दें। यात्रि भी बिना मास्क पहने हुये वाहन से सफर न करें. बावजूद इसके वाहन चालक एवं यात्री नियमों का पालन नहीं कर रहे। वाहनों में ना तो वाहन चालक और ना ही अधिकांश यात्री मास्क का उपयोग कर रहे हैं।  वाहनों के परिचालन की सूचना मिलते ही लोग बस स्टैंड समेत अन्य चौक चौराहों, जहां वाहनों का ठहराव होता है, वहां पर भीड़ लगाना शुरु कर दिया गया है। इन जगहों पर ना तो सोशल डिस्टेंस का पालन किया जा रहा है और ना ही लोग मास्क का उपयोग कर रहे हैं, ऐसे लोगों को ना तो अपनी परवाह है और ना ही साथ में सफर कर रहे लोगों की परवाह है।

जिले को मुसीबत में डाल सकता है चालकों की लापरवाही : जिला प्रशासन के द्वारा सख्त निर्देश मिलने तथा जिले में कोरोना की स्थिति से अवगत होने के बावजूद वाहन मालिकों एवं चालकों के द्वारा की जा रही लापरवाही जिले को बड़ी मुसीबत में डाल सकता है। बस स्टैंड में लोगों की भीड़ एवं नियमों की अनदेखी वाहन चालकों द्वारा यात्रियों को वाहनों में बैठाना जिला प्रशासन के निर्देश का खुलेआम उल्लंघन करना है। नियमों को ताक पर रखकर सड़कों पर वाहन चालकों को वाहन चलाते देख, ऐसा लगता है कि ना तो इन्हें जिला प्रशासन के निर्देश का कोई डर है और ना ही इन्हें कोरोना का कोई भय सता रहा है।

वाहन चालकों के हौसले को पढ़ा रहा है तैनात पुलिस की लापरवाही: बस स्टैंड में तैनात पुलिस अधिकारियों एवं पुलिस बलों की लापरवाही भी वाहन चालकों के हौसले को पढ़ा रहा है। बस स्टैंड पर पुलिस अधिकारियों एवं पुलिस बलों की तैनाती तो की गई है, लेकिन पुलिस अधिकारियों के द्वारा नियमों की अनदेखी की जा रही है। अधिकारी मौजूद तो रहते हैं लेकिन बिना मास्क के सफर कर रहे लोगों, वाहन चालकों एवं कंडक्टर पर कोई कार्रवाई की जा रही है। साथ ही जिला प्रशासन के द्वारा सख्त निर्देश दिया गया है कि लोगों की जागरूकता के लिये सभी वाहनों में कोविड-19 से जागरूकता से संबंधित पोस्टर चिपकाया जाय, जो कि किसी भी वाहन में नहीं देखा जा रहा है।

साफ कपड़े, मास्क, ग्लब्स पहनेंगे ड्राइवर व कंडक्टर : डीएम ने भी सभी वाहन मालिकों, चालकों, कंडक्टरों एवं यात्रियों को सड़कों पर वाहन चलाने को लेकर कोविड 19 के तहत कड़े निर्देश जारी कर दिया है। उन्होंने कहा कि वाहन मालिक वाहन को प्रतिदिन धुलवाने, साफ-सुथरा रखने एवं समय-समय पर हर ट्रिप के बाद सैनिटाइज करवायेंगे। ड्राइवर व कंडक्टर साफ कपड़े, मास्क, ग्लब्स पहनेंगे। वाहनों के अंदर व बाहर कोरोना से बचावों के उपायों के पोस्टर, स्टिकर लगायेंगे, साथ ही जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराये गये पंपलेट का यात्रियों में वितरण करेंगे। वाहनों में चढ़ने व उतरने के समय सोशल डिस्टैंसिंग का पालन जरूरी होगा। निर्धारित सीट के अतिरिक्त एक भी यात्री नहीं लिया जायेगा। वाहनों में सैनिटाइजर की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे। यात्रियों को बिना मास्क पहने बस में सफर की अनुमति नहीं होगी। वाहनों में पान, खैनी, तंबाकू, गुटखा आदि का उपयोग एवं बस स्टैंड, टैक्सी स्टैंड में यत्र-तत्र थूकना वर्जित रहेगा।


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