दरभंगा/बिहार : दरभंगा शहर मे जल जमाव की समस्या का समाधान तो बहुत पहले ही हो गया होता यदि निगम द्वारा प्रस्तावित विभिन्न नालाओं का निर्माण स समय पूरा हो गया होता।
ये बातें आज दरभंगा नगर निगम की महापौर बैजंती खेड़िया ने शहर के जल जमाव वाले क्षेत्रों के निरिक्षण के बाद कही। महापौर ने कहा कि मैने पदभार ग्रहण करते ही शहर से जल निकासी के लिए वृहत योजना बनाकर राज्य सरकार को भेजी थी। सरकार ने उसे स्वीकृति देकर वूडको तथा ग्रामीण कार्य विभाग को निर्माण के लिए सौंप भी दिया। लगभग 35 करोड़ की राशि से बनने वाले इन योजनाओं के लिए दरभंगा नगर निगम ने इसके लिए सरकार से प्राप्त राशि को भी वूडको को दे दिया। इसमे शहर के मुख्य जल निकासी के लिए दोनार रेलवे गुमटी से टिनही पुल तक, नगर निगम कार्यालय से सकमा पुल, सिकंदर मोटर ट्रेनिंग से खान चौक होते हुए रहमगंज तक, सैदनगर से एकमी तक आदि नाला निर्माण का जिम्मा इन विभागों को सौंपा गया। महापौर ने बताया कि काम को शुरु हुए एक वर्ष से अधिक बीत जाने के बाद भी एक भी प्रोजेक्ट अब तक पूरा नही हुआ है।
महापौर ने कहा कि मैने अपने स्तर से वूडको और ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंताओं को पत्र लिख कर इन कार्यों को शीघ्र पूरा करने को कहा है। साथ ही पत्र की प्रतिलिपि जिलाधिकारी को देकर उनसे हस्तक्षेप कर यथा शीघ्र निर्माण कार्य पूरा कराने की अपील की है। महापौर ने कहा कि यदि इन सभी नालों का निर्माण समय से हो गया होता तो आज दरभंगा शहर लगभग जल जमाव मुक्त हो गया होता। महापौर ने कहा कि इसके अतिरिक्त नगर निगम क्षेत्रांतर्गत कबिलपुर से लहेरिया सराय चट्टी होते हुए नवटोलिया से बाइस नंबर गुमती रोड के निर्माण का जिम्मा पथ निर्माण विभाग को दिया गया है जिसको आज तक शुरु भी नही किया गया।
उन्होने बताया कि हमने ग्रामीण पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को भी पत्र लिखकर इन सड़कों को शीघ्र निर्माण हेतु कहा है। साथ ही जिलाधिकारी से इस कार्य मे भी हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है जिससे यहां रहने वाले लोगों को समस्या से शीघ्र निजात मिले।