नालंदा/बिहार : जिले में लॉक डाउन के कारण बन्द जिला के सभी मस्जिदों, मंदिरों, गिरजाधर सहित सभी धार्मिक स्थल के साथ-साथ होटल, शॉपिंग मॉल और रेस्टोरेंट सभी 78 दिनों से बंद थे जो सोमवार दिनांक 8 जून को कुछ शर्तों के साथ आम जनता के लिए खोल दिया गया है।
सभी धार्मिक स्थलों, होटलों, शॉपिंग मॉल और रेस्टोरेंट को केंद्रीय सरकार के गाइडलाइन जो जारी किया गया है उसे पूरी तरह पालन करना है। सोमवार के दिन मस्जिद खुलने के बाद सोशल डिस्टेंसिंग और मुंह में मास्क लगाए हुए निमाज अदा करते हुए मुस्लिम लोगों को देखा गया तो वहीं मंदिरों में भी श्रद्धालुओं के द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग अपनाते हुए पूजा अर्चना की गई, गिरजाघर में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। सरकार के गाइडलाइन के अनुसार 65 वर्ष के बुजुर्ग से लेकर 10 वर्ष के बच्चे किसी भी धार्मिक कार्यक्रम में भागना नहीं लेना है और अपने-अपने घरों में ही धार्मिक प्रार्थना व धार्मिक कार्य करने को कहा गया है।
रविवार को ही सभी धार्मिक स्थानों को पूरी तरह साफ सफाई करते हुए सनराटाइज किया गया था। जिले के बिहारशरीफ स्थित शाही जमा मस्जिद (पुल पर) के इमाम मुफ्ती मोहम्मद मुजाहिद कासमी ने नमाज जोहर के बाद लोगों को संबोधित करते हुए बताया कि सरकार के गाइडलाइन का पालन करते हुए मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हर हाल में करना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि सुन्नत की नमाज घर पर ही पढ़ें केवल फर्ज नमाज मस्जिद में अदा करें और साफ सफाई पर पहले से ज्यादा ध्यान रखें उन्होंने ईश्वर (अल्लाह) का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि कोरोना वायरस के कारण लॉक डाउन के कारण सभी धार्मिक स्थान 78 दिनों से बंद थे जो आज खुलने के बाद बहुत खुशी हो रही है।
ज्ञात हो कि लॉक डाउन में भी मस्जिदों में पांचों वक्त की नमाज 4-5 की संख्या में हो रही थी। शहर के बाबा मनीराम अखाड़ा मंदिर और धनेश्वर घाट मंदिर में भी कुछ लोग सोशल डिस्टेंशन का पालन करते हुए पूजा अर्चना करते हुए देखे गए और देवीसराय के गिरजाघर में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। शहर के होटलों, रेस्टोरेंट्स और शॉपिंग मॉल भी पूर्व की भांति खुल गया है लेकिन कहीं भी जनता दिखाई नहीं दीया। इस तरह लॉक डाउन -05 और अन लॉक-01 में शहर की तमाम गतिविधियां बढ़ गई है और बाजारों में पूरी तरह चहल-पहल बढ़ गई है।