दरभंगा/बिहार : भाकपा(माले) व इंसाफ मंच की टीम ने अरई में हुई कल मारपीट की जांच पड़ताल की। इस टीम ने पाया कि आम की गाछी की रखवाली कर रहे लोगों का शराब पीकर जा रहे लोगों द्वारा आम तोड़ने पर आपत्ति करने पर उनलोगों द्वारा आकर झुंड बनाकर रखवालो पर हमला कर देना और जिसमें दोनों तरफ से मारपीट हुआ।
इस मारपीट का एक बड़ा कारण इस इलाके में पुलिस की मिलीभगत से अवैध शराब की धड़ल्ले से हो रही बिक्री ने अहम भूमिका निभाया हैं। मारपीट में शामिल फुलेश्वर सहनी अवैध शराब बनाता हैं और बेचता हैं। इस घटना में उसका ही पूरा परिवार बदमाशी कर विवाद को बढ़ाया हैं और उल्टे फुलेश्वर सहनी की पत्नी के जरिये आम गाछी वालों पर मुकदमा करवा दिया गया। पुलिस ये बताए कि लालमुनि देवी जरिये किये गए मुकदमे में कहा गया कि वो गाछी में शौच करने गई तो उसके साथ घटना घटी? जो बिल्कुल गलत प्रतीत होता हैं क्योंकि लालमुनि देवी का घर उस गाछी से करीब डेढ़-दो किमी की दूरी पर स्थित हैं और उस गाछी में कभी भी शौच करने नहीं जाती रहीं हैं।
भाकपा(माले) व इंसाफ मंच की टीम में भूषण मंडल, प्रखंड सचिव सुरेंद्र पासवान, रामबाबू साह शामिल थे। माले नेताओं ने मांग किया कि इस इलाके में अवैध रूप से हो रहे शराब की बिक्री पर रोक लगाया जाय और वरीय पुलिस पदाधिकारी इस बात का जांच करें कि इस इलाके में बेचने वाले शराब कारोबारियों से सिमरी थानाध्यक्ष का क्या संबंध हैं और क्यों नहीं शराब कारोबारियों पर कार्रवाई होता हैं?