मधेपुरा/बिहार : निजी विद्यालय एवं कोचिंग के द्वारा ऑनलाइन पढ़ाई के नाम पर मासिक शुल्क लिये जाने के खिलाफ शुक्रवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय के समक्ष एआईएसएफ के छात्रों ने लॉक डाउन का पालन करते हुये प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर संगठन के पूर्व राज्य सचिव प्रमोद प्रभाकर ने कहा की जहां कोरोना महामारी से आज आम लोग त्रस्त है, वहीं निजी विद्यालय एवं कोचिंग वाले ऑनलाइन पढ़ाई के नाम पर छात्रों का शोषण करने में जुटे हैं। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अभी किसी प्रकार का शुल्क वसूली स्वीकार नहीं होगा, छात्रों से शुल्क लेकर ऑनलाइन पढ़ाई सरकार बंद करे, अन्यथा इसके गंभीर परिणाम होंगे। जिलाध्यक्ष वसीम उद्दीन उर्फ नन्हे ने कहा कि शिक्षा का निजीकरण एवं व्यवसायीकरण के खिलाफ हम लड़ते रहे हैं। इस आपदा के समय भी कोचिंग वाले अपने करतूत से बाज नहीं आ रहे हैं, जिन छात्रों को ऑनलाइन क्या होता है, यह मालूम ही नहीं है, उनसे भी पैसे वसूले जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह कुकृत्य बंद नहीं हुआ तो छात्र आंदोलन तेज होंगे एवं इसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार की होगी।
मौके पर उपस्थित छात्र नेता सौरभ कुमार, रफी अहमद, मुन्ना, बेचन आलम, राहुल कुमार, तारिक अनवर, मन्नू यादव, मुर्शीद आलम, नीरज कुमार, सोनू कुमार, अफरोज आलम समेत अन्य नेताओं ने कहा कि सरकार छात्रों की अनदेखी बंद करे, छात्र हित का हनन हुआ तो खून बहेगी सड़कों पर।