दरभंगा/बिहार : इंसाफ मंच और भाकपा(माले) के संयुक्त टीम जाले डिग्री कॉलेज मे बनाया गया कोरोनटाइन सेंटर मे विगत दिन हुए दिल्ली से आये जाले पश्चिमी पंचायत निवासी नुरुल नदाफ के प्रशासनिक और जाले रेफर अस्पताल के डॉक्टर की लापरवाही से हुए मौत के परिजन से मिलकर घटना की पूरी जानकारी प्राप्त किए।
टीम मे शामिल इंसाफ मंच के राज्य उपाध्यक्ष नेयाज अहमद को मृतक श्री नदाफ की पत्नी रजिया खातुन ने बताया कि मेरे पति की तवियत बिगड़ने की खबर जब मिला तो हम जैसे तैसे जब पहुंचा तो देखा कि कोई लोग उनको कि छुना नही चाह रहा था। अंचलाधिकारी के द्वारा बाहर से किट मंगवाया और मेरे देवर को पहनाकर मृत शरीर को उठाने का आदेश दिया और वहां उपस्थित डॉक्टर अपने को अलग थलग रख रहा था मेरे पति का मौत प्रसाशनिक लापरवाही से हुआ है। कबीर अंतयोष्ठी का भी पैसा देना मुनासिब नही समझा। एक मात्र मेरे परिवार को कमाने वाले मेरे पति थे। 6 पुत्र-पुत्री के सामने भुखमरी का समस्या खड़ा हो गया है।
टीम मे शामिल भाकपा(माले) जिला कमिटी सदस्य देवेन्द्र कुमार ने कहा कि सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था फेल है। कोरोनटाइन मे हुए मौत के मृतक के परिवार को 20 लाख मुआवजा, लापरवाही की जांच कर दोषी पदाधिकारी पर करवाई करने और सभी सेंटर पर 24 घण्टा मेडिकल टीम की व्यवस्था करने की मांग किया। इसके खिलाफ कल 28 मई को इंसाफ मंच के नेतृत्व मे धरना देकर सेंटर के जिम्मेवार अंचलाधिकारी एवं रेफर अस्पताल के प्रभारी डॉ गंगेश झा पर कार्रवाई करने की मांग उठाया जाएगा।
टीम मे जाले प्रखण्ड कमिटी सदस्य उदय यादव और मो मिथुन शामिल थे।