मुरलीगंज/मधेपुरा/बिहार : मुरलीगंज प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों के रहने वाले 19 मजदूर गुरूवार की देर शाम एक कंट्रेनर ट्रक में बैठकर महाराष्ट्र से 5 दिन बाद मुरलीगंज पहुंचे।
गुरूवार को अचानक शाम करीब छह बजे एक ट्रक दुर्गा स्थान चौक के पास आकर कंटेनर रूकी जो मजदूरों से भरा हुआ था। कंटेनर का दरवाजा खुलते ही जब मजदूर उतरने लगे तो स्थानीय लोगों में कुछ देर के लिए दहशत माहौल उत्पन्न हो गया। बताया गया कि लगभग आधे घंटे तक कंटेनर लगी रही। लेकिन इतने देर बाद भी प्रशासनिक महकमे के कोई भी पदाधिकारी नहीं पहुंचे थे।
हलांकि स्थानीय लोगों ने सभी मजदूरों को पीएचसी में जांच कराने की सलाह दी । जिस पर सभी मजदूर पीएचसी के लिए निकल पड़े। मजदूरों ने अपनी आपबीती बयां करते हुए कहा कि हमलोग वर्षों से महाराष्ट्र के विभिन्न प्रांतों में मजदूरी करते हैं। लाॅक डाउन लगने के बाद से कामकाज बंद हो जाने से हमलोगों को रहने एवं खाने पीने की काफी समस्याएँ उत्पन्न होने लगी थी। लेकिन वहां के स्थानीय प्रशासन एवं ठेकेदारों द्वारा किसी प्रकार की सहायता नही मिलने के बाद हमलोग अपने अपने घरों पैदल ही चल पड़े। रास्ते में एक कंटेनर वाले से मदद मांग कर सभी मजदूर मुरलीगंज तक पहुंचे।
वहीं दूसरी ओर करीब पांच बजे मजदूरों से भरा बस पीएचसी पहुंचे थे। जिसमें हरियाणा और उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले 22 मजदूर को जांचोपरांत अपने अपने क्षेत्रों के क्वारंटीन सेन्टर में भेजने की तैयारी की जा रही थी ।