मधेपुरा : अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों की घर वापसी के लिए  राजद कार्यकर्ताओं ने रखा उपवास  

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वसीम अख्तर
उप संपादक

मधेपुरा/बिहार : कोरोना महामारी को लेकर संपूर्ण भारत में जारी लाकडाउन के दौरान विभिन्न राज्यों में फंसे बिहारी मजदूरों की घर वापसी को लेकर मजदूर दिवस के अवसर पर जिले के पुरैनी प्रखण्ड के राजद कार्यकर्ताओं ने उपवास एवं अपने ही घर में धरना दिया।

युवा राजद के प्रदेश प्रवक्ता सह स्थानीय युवा समाजसेवी कुंदन सिंह ने मजदूर दिवस के अवसर पर सभी मजदूरों को शुभकामना देते हुए राज्य एवं केंद्र सरकार पर मजदूरों के साथ संवेदनशीलता नहीं दिखाने का आरोप लगाते हुए कहा कि लॉक डाउन के बाद बिहार सरकार की असंवेदनशीलता,विफलता और बेरुखी की वजह से बिहार के श्रमिकों को अन्य राज्यों में लाचार असहाय एवं त्राहिमाम की जिंदगी गुजर करने पर विवश कर दिया है । इस संकट के क्षण में सरकार की उदासीनता के वजह से गरीब मजदूरों को अपने घर अपने वतन सकुशल लौटने के लिए सरकार की उदासीनता को झेलना पड़ा ।

 युवा नेता ने राज्य के मुखिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि कि प्रदेश के मुखिया को जब अपना चेहरा चमकाना होता है तब यह मानव श्रृंखला के नाम पर लोगों को सड़क पर खड़ा कर हेलीकॉप्टर से उसकी निगरानी करते हैं, जिसमें अरबों की खर्च की जाती है । लेकिन जब आज गरीब मजदूर परेशान हैं तो सरकार खुद को लाचार और विवश दिखा रही है। बड़ी विडंबना है कि अन्य प्रदेशों में फंसे बिहारी मजदूरों और छात्रों को लाने के लिए सरकार के पास बस तक उपलब्ध नहीं है और सरकार इसमें अपनी असमर्थता दिखा रही है । वही युवा राजद नेता ने केंद्र सरकार को लपेटते हुए कहा कि 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था का सपना दिखाने वाली केन्द्र सरकार आज कर्मचारियों का वेतन भत्ता काट रही है। मजदूरों को 40 दिन असुरक्षा में डाल दिया और डिफाल्टर उद्योगपतियों का कर्ज माफ कर दिया आज देश की जो सरकार है । वह गरीबों के बाजार अमीरों के उत्थान में लगी हुई है इस डबल इंजन की सरकार से लोगों को निराशा ही निराशा हाथ लगा है।

 वहीं राजद के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष रामजी यादव भी अपने घर पर परिवार सहित उपवास व धरना पर बैठे । जबकी राजद कार्यकर्ता उपेन्द्र यादव एवं लड्डु प्रसाद सिंह सहित सभी राजद कार्यकर्ताओ ने मजदूर दिवस पर मजदूरों की सकुशल घर वापसी को लेकर अपने अपने घर में ही धरना देकर उपवास किया।


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