आज मिलिए बिहार के रिजनिंग के चर्चित शिक्षक आर.के झा से

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 पटना से अनूप नारायण सिंह : 

पटना/बिहार : कहते हैं कि दिल में अगर कुछ कर गुजरने की का जज्बा हो तो तमाम मुश्किलों के बावजूद इंसान अपनी मंजिल को प्राप्त कर ही लेता है । कठिन से कठिन परिस्थितियों में अपने अदम्य साहस और आत्मबल के सहारे रिजनिंग के जादूगर के रूप में विख्यात चर्चित शिक्षक आर.के झा बिहार के श्रेष्ठ शिक्षकों में शामिल हैं । जिनसे पढ़ने की तमन्ना लिए हजारों छात्र पटना आते हैं । प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी के सर्वश्रेष्ठ संस्थान के रूप में इनका आर के झा रिजनिंग क्लासेज आज बिहार में स्थापित है । बिहार की राजधानी पटना प्रारंभिक काल से ही शिक्षा के केंद्र बिंदु रही यहां के शिक्षकों का डंका पूरे देश ही नहीं विदेशों तक मे बजता आ रहा है । इसी पटना के बाजार समिति ईलाके मे स्थापित है आर के झा रिजनिंग क्लासेज  

जहां हजारों की तादाद में छात्र विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी के लिए रिजनिंग पढ़ने इनके पास आते हैं । बिहार का बेगूसराय जिला अपनी बौद्धिक उर्वरता के कारण आज देश ही नहीं पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान रखता है गंगा के अविरल धारा  के समानांतर  जिलों में कलम क्रांति का आगाज हुआ करता है। राष्ट्रकवि दिनकर की इस पवित्र भूमि के बछवारा में एक ऐसे ही अनमोल रत्न के रूप में पैदा हुए बिहार के संप्रति रिजनिंग के सर्वश्रेष्ठ शिक्षक आरके झा ।

आरके झा का बचपन अपने गांव में ही बीता कॉलेज की शिक्षा भागलपुर से हुई जहां इनके पिता प्रोफ़ेसर थे । इनके पिता इन्हें आईएएस आईपीएस की जगह एक योग्य नागरिक बनाना चाहते थे .उनका कहना था कि जिस क्षेत्र में जाइए श्रेष्ठ बनिये और समाज के उत्थान के लिए काम कीजिए इस बात को अपने जीवन का मूल मंत्र बनाया आरके झा ने उनका कहना है कि पिता के दिए गए ज्ञान ने उनके जीवन का मार्ग परिवर्तित कर दिया । पिता ही इनके पहले गुरू थे । भागलपुर व पटना से उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद वर्ष 1996 में पटना के चर्चित करतार कोचिंग से अपने शिक्षण करियर की शुरुआत की। इनके संस्थान मे निर्धन विकलांग छात्रों को नाममात्र के शुल्क पर शिक्षा दी जाती है. इनके संस्थान में लाइव वीडियो क्लासेज की व्यवस्था भी है । सफलता की कहानी इनकी धर्मपत्नी के बिना अधूरी है 23 वर्षों के पढ़ाने के अभियान मे इनका योगदान काफी  बेहतर । छात्रों के आर्थिक स्थिति को देखते हुए उनके लिए आर्थिक आधार पर भी काफी सहूलियत की व्यवस्था करती हैं । इनके संस्थान में पढ़ने वाले छात्र कहते हैं इनके पढ़ाने की तकनीक काफी अलग है जिस कारण से रिजनिंग जैसे कठिन विषय भी छात्रों को कंठस्थ हो जाते हैं । जिस तकनीक से पढ़ाते हैं .उसके कारण विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं में रिजनिंग के प्रश्न हल करना काफी आसान हो जाता है । इसी कारण छात्रों की दिली तमन्ना रहती है कि वह झा रिजनिंग मे जरूर पढ़े । विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित रिजनिंग के जादूगर आरके झा को  उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरिश रावत पूर्व सीबीआई डायरेक्टर  जोगिंदर सिंह ने श्रेष्ठअवार्ड से भी सम्मानित किया है ।

 बातचीत के क्रम में उन्होने बताया कि पढ़ने पढ़ाने के अलावा वे कुछ भी नहीं सोचते हैं उन्हें लगता है कि छात्रों के अंदर सब कुछ है बस उसे परोसने की कला सीखनी है । रिजनिंग के बारे में छात्रों के दिमाग में बचपन से ही बैठा दिया जाता है कि कठिन है लेकिन तकनीक के माध्यम से पढ़ाते है । जिससे छात्रों को लगता है कि अन्य विषय से रिजनिंग के सवालों को हल करना काफी आसान है। अरिहंत और रायल पब्लिकेशन से भी इनके रिजनिंग के कोई किताब प्रकाशित हो चुके हैं जिससे देशभर के बच्चे पढ़ते हैं ।  


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