छातापुर से संवाददाता नौशाद आदिल और रियाज खान की रिपोर्ट :
छातापुर/सुपौल/बिहार : छातापुर मुख्यालय बाजार सहित प्रखंड क्षेत्र में लॉकडाउन के तीसरे दिन बुधवार को सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा । पुलिस प्रशासन द्वारा सड़कों पर लगातार अभियान चलाया जा रहा है।
भारत सरकार द्वारा लॉकडाउन को प्रभावी तरीके से लागू करने को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद दिखे। वहीं सभी खाद्य सामग्री वाले एवं दवा दुकानों में कालाबाजारी कर अवैध रूप से रोजमर्रा की सामग्री में अधिक राशि वसूल रहे छोटे बड़े दुकानों पर प्रशासनिक पदाधिकारियों ने शिकंजा कस दिया। जिसको लेकर बुधवार को प्रखंड प्रशासन के निर्देश पर प्रखंड समन्वयक दिवाकर सचिन ने बाजार स्थित राशन, दवा, सब्जी, दूध की दुकानो पर पहुंचकर दुकानदारों को उचित कीमत लेने का नोटिस देते हुए इन सभी दुकानदार अपने-अपने दुकान के आगे सभी समान का मूल्य तालिका की लिस्ट टांगने का भी निर्देश दिया । कहा कि अगर किसी भी दुकानदारो द्वारा ग्राहकों से अधिक कीमत वसूल किये जाने की शिकायत मिलेगी तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए दुकान को सील कर दिया जाएगा ।
मालूम हो कि एक ओर कोरोना को लेकर पूरा जिला भयभीत और सहमा हुआ है। वहीं दूसरी ओर छातापुर प्रखंड मुख्यालय बाजार सहित महद्दीपुर, मोहनपुर, गिरिधरपट्टी, गौचर हाट के अलावे सभी पंचायत के चौक चौराहे के दुकानदार लोगों की मजबूरी का फायदा उठा मुनाफा कमाने में लगे हुए है।
लॉकडाउन की घोषणा के बाद से अधिकांश लोग अपने घरों में दैनिक उपयोग में खाने-पीने का सामान इकट्ठा करने में लग गए है। जिसे देखते हुए साग सब्जी, दूध, राशन बेचने वाले व्यापारी ने सामान के दाम में बेतहाशा वृद्धि कर दी है। लोगों बताया कि लॉकडाउन से पहले प्रखंड क्षेत्र में प्याज 15 रुपए प्रति किलो बिक रहा था, अब 30 से 35 रुपए, आलू 8 से 10 रुपए प्रति किलो अब 20 से 25 रुपए किलो, चीनी 36 रुपए प्रति किलो अब 40 से 44 रुपए, दूध 40 से 42 रुपए, अब 45 से 50 रुपए प्रति, सरसों तेल 100 से 110 रूपए अब 120 से 130 रुपए प्रति किलो दुकानदारों द्वारा बेखौफ होकर बेचा जा रहा है ।
दुकानदारों द्वारा उचित मूल्य से अधिक कीमत लेने पर ख़ादिम ए मजलिस खलीकुल्लाह अंसारी, जाप के जिलाउपाध्यक्ष सुभाष कुमार यादव आदि ने जिला प्रशासन से ऐसे दुकानदारों के खिलाफ कार्यवाई करने एवं कालाबाजारी रोकने की मांग की है।