मधेपुरा/बिहार : कोरोना वायरस क्या है, इसे लोगों को समझने की जरूरत है। लोग कहते हैं कि चीन से को रोना वायरस फैला है, लेकिन चीन कहती है कि अब हमारे यहां एक भी कोरोनावायरस का मरीज नहीं है, क्योंकि हमने उसकी दवाई उपलब्ध कर ली है। सभी पूछते रहे कोरोना वायरस क्या है, लेकिन चीन ने कुछ नहीं बताया, क्योंकि उसके लिए उसने दवाई बना ली थी, अब वह सभी जगह अपनी दवाई बेचेगा। भारत का जहां तक सवाल है, मेरा यह सवाल भारत के नेताओं से है कि वे लोग अपनी जिम्मेदारी से क्यों भागते हैं। कोरोना वायरस से पहले बिहार में जब चमकी बुखार आया था तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि गर्मी जब जायेगी तो चमकी बुखार खत्म हो जाएगा। उसी प्रकार जब पटना में बाढ़ के बाद डेंगू फैला तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि ठंड के जाते ही डेंगू खत्म हो जाएगा। यहां के नेता किस्मत एवं भाग्य के भरोसे सब कुछ चलाते हैं।
उक्त बातें सोमवार की देर शाम मधेपुरा लोकसभा के पूर्व सांसद सह जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने जिला मुख्यालय स्थित अतिथि गृह में प्रेस वार्ता के दौरान कही।
व्यवस्था करने के बजाए लोगों में फैलाया गया डर : पप्पू यादव ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह बयान दिया है कि अगर इस वायरस के कारण किसी की मृत्यु हो जाती है तो उसे चार लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। अब सवाल यह उठता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यह कैसे तय कर सकते हैं कि कोई मर जाएगा तो चार लाख रुपए में आपने उसके जिंदगी का ठेका ले लिया है। आपने यह तय क्यों नहीं किया कि हम किसी को मरने नहीं देंगे। हम व्यवस्था तय करेंगे, हमारे यहां जो महामारी आई है उसके लिए हम तैयार हैं। हमारे यहां अस्पताल पूरी तरह तैयार है। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी जिम्मेदारी से भाग गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मिलकर व्यवस्था करने के बजाय लोगों में दहशत फैला दिए हैं। कहीं पर कर्फ्यू लगा दिए तो कहीं पर 144 धारा लागू कर दिए। मेरा सवाल प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री से है कि आप शहरों की गंदगी कब साफ करेंगे। अगर आप गंदगी साफ नहीं कर सकते हैं तो कोरोना वायरस पर आप बात नहीं कर सकते हैं।
कोरोना वायरस को लेकर लोगों में फैलाया गया है दहशत : सरकार कोरोना वायरस का डर दिखाकर शहरों का सिनेमा हॉल पार्क मॉल बंद करवा दिए हैं, तो क्या रेलवे स्टेशन बस स्टैंड पर लगने वाली भीड़ के कारण क्या आप स्टेशन एवं बस स्टैंड को बंद करवाएंगे? अस्पताल में एक बेड पर तीन मरीज सोते हैं तो क्या आप अस्पताल को बंद कर देंगे? जेल के एक वार्ड में 20 से 30 लोग रह सकते हैं, जिसमें डेढ़ सौ लोगों को रखा जाता है, तो क्या आप जेल से सभी लोगों को बाहर निकाल देंगे? एटीएम के बाहर लोग लाइन में खड़े रहते हैं तो क्या आप एटीएम बंद कर देंगे? क्या वहां पर कोरोनावायरस नहीं फैल रहा है? पप्पू यादव ने कहा कि सरकार ने शहर का पार्क सिनेमा हॉल मॉल बंद करके लोगों में दहशत क्यों फैला रहे हैं। अगर किसी को सर्दी खांसी हो रही है तो हम उस पर परहेज करने के बजाय लोगों को मास्क क्यों पहना रहे हैं। लोगों में डर फैला कर सैनिटाइजर का प्रयोग करने के लिए मजबूर कर रहे हैं। जिसके कारण बाजार में मास्क एवं सैनिटाइजर की कालाबाजारी शुरू हो गई है। लोगों को कोरोना वायरस से डरने की जरूरत नहीं है। बल्कि अपने दिनचर्या को बदलने की जरूरत है। लोग साफ एवं स्वच्छ रहे हैं, यह कोरोना वायरस नेताओं के द्वारा पैदा किया गया वायरस है।
जो कहीं नहीं दिखती, वह अपने आप को कहती है सबसे बड़ी पार्टी : पप्पू यादव ने महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस पार्टी का लालू यादव के बगैर कोई औचित्य नहीं है, वह पार्टी अपने आपको महागठबंधन का सबसे बड़ा घटक दल करती है। जो पार्टी ना कभी बाढ में देखती है, ना कभी चमकी बुखार में दिखती है, ना कभी बिहार की आवाज बनते हैं, ना एनपीआर एवं एनआरसी पर दिखते हैं, वह पार्टी अपने आपको महागठबंधन का सबसे बड़ा घटक दल कहती है। उन्होंने कहा कि राज्यसभा का चुनाव इसलिए होता था कि अपने क्षेत्र के सबसे बड़े जिम्मेदार लोग को वहां भेजा जा सके। राज्यसभा का मतलब ही हुआ करता था कि सभी क्षेत्रों के मजबूत निर्माण की बात हो सके। अब राज्यसभा में हर पार्टी के लोग अपराधियों एवं माफियाओं को भेजते हैं। क्या अब राज्यसभा में साहित्यकार, समाजसेवी एवं पार्टी में संघर्ष करने वाले लोग हैं। अब राज्यसभा का धनकुबेर वाले लोग डाक करते हैं।
लोकसभा चुनाव में ही नहीं रहा महागठबंधन का औचित्य : पूर्व सांसद पप्पू यादव ने कहा कि महागठबंधन का कोई औचित्य लोकसभा चुनाव में भी नहीं था। कांग्रेस को नौ सीटों पर औकात दिखाया। कांग्रेस के गठबंधन होने के बावजूद कांग्रेस के प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव प्रचार किया गया। इस तरह से महागठबंधन का औचित्य लोकसभा चुनाव से ही खत्म हो चुका है। अब कांग्रेस को तय करना है कि कब तक आप ऐसे गठबंधन जिसका ना कोई विचारधारा है, जिसकी ना कोई नियत है, सिर्फ सत्ता उसके इर्द-गिर्द घूमें, क्या कांग्रेस इसके साथ रहेगी या फिर स्वयं नेतृत्व करेगी।
प्रेस वार्ता के बाद कई युवाओं नेेे जाप की सदस्यता ग्रहण की,जिसमें ब्रजेश, रोशन समेत अन्य लोग शामिल थे।
मौके पर जाप जिलाध्यक्ष प्रो मोहन मंडल, रामकुमार यादव, अखिलेश यादव, प्रिंस गौतम, पुष्पपेन्द्र पप्पू, प्रशांत कुमार, अनिल अनल, छात्र जिलाध्यक्ष रौशन कुमार बिट्टू, अमन कुमार रितेश, युवा अध्यक्ष गौरव गोपी, कुमार गौतम, देवाशीष पासवान, नूतन सिंह, अजीर बिहारी, प्रेमसगर, अशीष कुमार, सामंत यादव, राजू मन्नु, बिट्टू, भानू प्रताप, दीपक यादव, अशीष पप्पू, अभय कुमार मुन्ना, रामप्रवेश, मूकष यादव, सलाम, रौशन, सचिन, उदीश समेत अन्यय लोग उपस्थित थे।