लुधियाना/पंजाब : हैरत और दुख की बात है कि भारत की जनता द्वारा से चुनी गई केंद्र सरकार आज अपने ही नागरिकों को उनकी नागरिकता को लेकर भ्रमित कर रही है। यह बात आज यहां लुधियाना शाहीन बाग के 34वें दिन भी जारी अनिश्चितकालीन धरना को संबोधित करते हुए पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट मुहम्मद सलीम ने कहीं।
इस अवसर पर राहों रोड मॉडल कॉलोनी से हक की आवाज संस्था द्वारा चेयरमैन सज्जाद आलम, आबिद अंसारी, नाजिम अंसारी, हाशिम सैफी, मुहम्मद मुकीम, मुहम्मद हारून, रोशन अफऱोज़, मुहम्मद अनवर, हाजी यामीन, साबिर, खुर्शीद आलम, जहरूल, मुहम्मद मुन्ना के नेतृत्व में बड़ी संख्या में महिलाओं का काफिला शाहीन बाग पहुंचा।
एडवोकेट मुहम्मद सलीम ने कहा कि केंद्र सरकार मूल मुद्दों को भूल गई है, संसद का समय बर्बाद किया जा रहा है, एन.आर.सी, एन.पी.आर का मुद्दा जो एक बैठक में हल हो सकता है उसे जान बूझकर खींचा जा रहा है ताकि धर्म और जात के नाम पर राजनीतिक रोटियां सेंकी जा सके। उन्होंने कहा कि अगर सरकार की नियत साफ है तो एन.पी.आर पर अध्यादेश लेकर इस मामले को समाप्त क्यों नहीं करती। सलीम ने कहा की भारत की सभ्यता में सब का साथ और सब का प्यार है और मोदी इसी कारण प्यार को नजर अंदाज कर रहे हैं।
आयशा खातून ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार काले कानून द्वारा देश में अस्थिरता ला रही है समय है देश को विकास की ओर ले जाने का लेकिन संसद में सिवाए एक दूसरे पर कटाक्ष के कुछ और नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार देशव्यापी आंदोलन को दबा नहीं सकती, यह सर्वधर्म के लोगों की ऐकता का प्रतीक है।
धरना को नायब शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान लुधियानवी, मौलाना शमशेर चंडीगढ़, प्रधान नसीम अंसारी, सनाउल्लाह अंसारी प्रधान अमन वेलफेयर सोसायटी, अली हसन खमनो, अय्यूब दुग्गल जालंधर, रियाज़ुदीन, मुफ्ती नईम पटियाला, मौलाना मुहम्मद शकील रोपड़ ने भी संबोधित किया।
फोटो : लुधियाना शाहीन बाग में केंद्र सरकार के विरोध में सैंकड़ों प्रदर्शनकारी महिलाओं को संबोधित करते हुए एडवोकेट मुहम्मद सलीम साथ में नायब शाही इमाम मुहम्मद उस्मान रहमानी, अली हसन खमनों व अन्य