नालंदा/बिहार: जिले के हरनौत थाना अंतर्गत चेरो ओपी में पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया और एक अधेड़ को बेरहमी से पिटाई की गई। बीते जुलाई माह में भी नगरनौसा थाना में पुलिस कस्टडी में भी एक व्यक्ति गणेश रविदास की कथित पिटाई के बाद हत्या का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि फिर दूसरा मामला चेरो ओपी थानेदार की बेरहमी से पिटाई का मामला सामने आ गया।
बताया जाता है कि चेरो ओपी थानेदार पवन कुमार 12 मार्च को एक अधेड़ को बांधकर इतना पीटा कि वह बेहोश हो गया, होश आने पर फिर पिटाई की जाती थी जिससे वह बेहोश हो जाते थे। इस घटना का उद्भेदन तब हुआ जब घायल इलाज हेतु बिहारशरीफ के सदर अस्पताल पहुंचा लेकिन इस घटना पर चेरो ओपी थानेदार पवन कुमार इस तरह की घटना से साफ इनकार कर रहे हैं जबकि मामले की जांच करने वाले सदर डीएसपी इमरान प्रवेज इसे सच बता रहे हैं।
पीड़ित संतोष कुमार गुप्ता के अनुसार पड़ोसी से छज्जे के विवाद की वजह कर पवन कुमार के द्वारा 12 मार्च को थाने पर बुलाया गया जहां उनकी बहन और मामा के साथ गाली-गलौज व मारपीट करने लगे जिसके विरोध करने पर संतोष को इस तरह की सजा दी गई। संतोष कुमार ने पवन कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बांधकर तब तक पीटते रहे जब तक हम बेहोश नहीं हो गए और पानी पिलाकर फिर पिटाई की गई फिर सादे कागज पर हस्ताक्षर लेकर हमें छोड़ दिया गया। पीड़ित के शरीर पर पिटाई के निशान व चेहरे पर खौफ साफ दिख रहा था लेकिन थानेदार ने पूरे मामले से ही इनकार करते हुए पल्ला झाड़ दिया और कहा कि ऐसी कोई भी घटना थाने में हुई ही नहीं है।