किशनगंज/ बिहार : हर जोर जुल्म के टक्कर में, संघर्ष हमारा नारा है के हड़ताल के 22वें दिन बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर जिले के बहादुरगंज प्रखंड के हड़ताली शिक्षकों ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं अपर मुख्य सचिव आर के महाजन का पुतला फूंक कर “होलिका दहन” किया।
मौका होली पर्व का जब शिक्षक अपने परिवार के साथ होली मनाने के लिए छुट्टी पर अपने घरों में रहते थे पर बिडम्बना ये कि अपने मांगों के लिए आज के दिन भी शिक्षक धरनास्थल पर बैठे हैं। जहाँ से चलकर इन शिक्षक समुदाय के शिक्षक शिक्षिकाओं ने नगर के चक्कर लगाते अपनी आवाजों को बुलंद करते, पहुंचते हैं नगर के झांसीरानी चौक पर जहाँ आक्रोशित शिक्षक समुदाय और यहाँ का शिक्षक संघ होलिका दहन की जगह मुख्यमंत्री और अपर मुख्य सचिव के पुतले को जलाकर होलिका दहन करते हैं। आखिर हो भी कैसे नहीं समान वेतन और समान काम सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने के मुद्दों पर शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के हड़ताल का आज बाईसवां दिन है। प्रखंड मुख्यालय के सामने सुबह से शाम तक धरना देने बाले शिक्षकों की पुकार एवं नारों की आवाजें अब तक शायद बिहार सरकार के कानों तक नहीं पहुंच पाई है। पहले धमकियां फिर मुअत्तल करने की कार्यवाही और ना जाने कैसे कैसे सरकारी सरकरी सितमों को झेलकर भी ये शिक्षक एक कदम पीछे हंटने को तैयार नहीं हैं पर शिक्षकों को धरना स्थल पर बैठे देखकर इधर से गुजरने बाले लोग बोल जाते हैं, सरकार को इन शिक्षकों का श्राप लगेगा।
आज पर्व त्योहार पर भी राष्ट्र निर्माता इन शिक्षकों का समुदाय ,अपने बाल बच्चों के भरण पोषण और शिक्षा को लेकर अपनी मांगों पर डटे हैं। फलतः हजारों स्कूली बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो चला है पर सरकार से चल रही शिक्षकों की तीखी तल्खी कम होने का नाम नहीं ले रही है।
फलतःबहादुरगंज का शिक्षक संघ अपने हड़ताल को धारदार बनाने के लिए अडिग बैठे हैं। बीते दिन केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय को मांगपत्र सोंपने के क्रम में पूर्व भाजपा विधायक अवध बिहारी सिंह भी शिक्षकों के साथ दिखे थे तो त्रिस्तरीय पंचायत के सभी जनप्रतिनिधियों ने भी शिक्षकों के मांगों को जायज ठहराया है और इनके मांगों के समर्थन में ये प्रतिनिधि सामने आ चुके हैं। ऐसे में सरकार की हठधर्मिता आने बाले समय में परेशानियों का सबव बन सकती हैं।