किशनगंज/बिहार : जिले के दिघलबैंक प्रखंड में तुलसिया का गौरव “गजेंद्र पब्लिक स्कूल” में नन्हें मुन्नो ने अपना जलवा बिखेरा, जहाँ एक छात्रावास का भी उद्घाटन प्रखंड के बी डी ओ पूरन साह ने फीता काटकर किया । वहीं बच्चों के अभिभावकों की अच्छी खासी भीड़ देखी गई ।
जैसा कि गजेन्द्र पब्लिक स्कूल की स्थापना 23 मई 2012 को यहाँ के प्रगतिशील युवक प्रणव मिश्रा ने अपने स्वर्गीय पिता की याद में किया था। गरीबी की आंधी और समय के थपेड़ों ने इस युवक को आग में सोने की तरह जलाया, जहाँ से कुन्दन की चमक लिए इस स्कूल को स्थापित कर दिया। केवल 21 नन्हें बच्चे बच्चियों को लेकर इस स्कूल ने अपनी प्रगति पथ पर आगे बढ़ने की कसम ली। अथक परिश्रम और कड़ी परीक्षाओं के बीच प्रणव को सफलता मिलती गई। क्षेत्र में शिक्षा की कमी और गरीबी के बीच इस स्कूल ने शिक्षा की ऐसी ज्योत जगाई कि अब स्कूल में बच्चे हीं बच्चे दिख जाते हैं। सैंकडों के हुजुम में प्रार्थना और दैनिक व्यायाम करते बच्चों को देखकर ऐसा नहीं लगता है कि इस स्कूल का कोई जोड़ हीं नहीं ।
फिर क्या था पंकज और नेहा जैसे शिक्षक ने बच्चों को कलाकार भी बना डाला। जिसकी एक अद्भभुत झलक आज के इस एनुअल फंक्शन में लोगों ने देखकर दांतों तले ऊंगलियां दबा ली। शिक्षा पर आधारित इस बार्षिक उत्सव में, जल जीवन हरियाली, स्वच्छता अभियान, पलास्टिक से फैलता जहर, चलो स्कूल चलें जैसे कार्यक्रमों को लेकर देश के भविष्य छात्र छात्राओं ने जलवे बिखेरे। जिसे देख अभिभावकों में खुशियां देखी जा रही है जो अपने बच्चों का भविष्य बनाने के लिए इस स्कूल में दाखला कराने का भी सपना सजाने में महसूस किये गये।
इस कार्यक्रम में खासतौर पर पूर्व प्रखंड प्रमुख एवं शिक्षाविद प्रो.ब्रज मोहन झा, विख्यात अधिवक्ता विवेकानंद ठाकुर, प्रणव के द्वितीय पिता (ससुर) दिलीप शुक्ल एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। जबकि बाल कलाकारों को प्रशिक्षित करने बाले शिक्षक एवं शिक्षिकाएं इनकी कलाकारी पर खुद को गौरवान्वित महसूस करते हुए देखे गये। जबकि मंच का सफल संचालन डा.नवीन कुमार ने अपने हाथों में संभाल रखा था ।