किशनगंज/बिहार : बहादुरगंज पुलिस को एक बार फिर बड़ी कामयाबी हासिल करने में सफलता हासिल की है, पुलिस तीन कारोबारी को सोने जैसा दिखने वाला भगवान महावीर की कीमती मूर्ति के साथ गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया। 01 किलो 250 ग्राम की इस मूर्ति का दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपए बताये जाते हैं। फिलवक्त पुलिस ने धारा-413/414 (भादवि) के तहत थाना कांड संख्या 52 /20 दर्ज कर तीनों धंधेबाजों को जेल भेज दिया है। धंधेबाजों में स्थानीय विद्यालय का एक शिक्षक का भी शामिल होना बताया जाता है।
जैसा कि बीते मंगलवार को बहादुरगंज थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंह को गुप्त सूचना मिली कि -कुछ अन्तरराज्यीय मूर्ति चोरों द्वारा भगवान महावीर के मूर्ति की बिक्री के लिए इसे नसीमगंज -गुआआबाड़ी सड़क से सटे एन एच 327 ई के पास लाया गया है । जहाँ पच्छिम बंगाल के कथित दो चोर, मध्य विद्यालय बिलासी के एक शिक्षक से इसके बिक्री की बातें कर रहे हैं ।
सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष सुमन कुमार ने चुपके से इन्हें रंगे हाथ पकड़ने का जाल बिछाकर एस आई सुरेश प्रसाद एवं पेंथर मोबाइल के विवेक एवं इनके तेज तर्रार साथियों को बताये गये जगह पर धावा बोलेने को कहा । जहाँ पच्छिम बंगाल के निवासी अजमल पिता रजा अली, ग्राम समसपूर, थाना चाकुलिया और सुवेश कुमार, ग्राम पाईकपाड़ा, थाना चाकुलिया उक्त भगवान महावीर की मूर्ति को शिक्षक संतोष कुमार गणेश पिता बिष्णु प्र.गणेश ग्राम खाड़ीटोला थाना दिघलबैंक को सौंप रहे थे। मौका ए वारदात पर पुलिस ने तीनों को एक साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया ।
बताते चलें कि वकौल थानाध्यक्ष इस वारदात की भनक उन्हें मिल चुकी थी । जिस पर नजर बनाये रखने के लिए वे पुलिस के खुफिया तंत्रों को लगा रखा था। जिससे यह सफलता हांसिल हुई ।