पहले दिन दोनों पालियों में 38 परीक्षार्थी रहे अनुपस्थित
मधेपुरा/बिहार : जिली के उदाकिशुनगंज अनुमंडल में सोमवार को इंटरमीडिएट परीक्षा के प्रहले दिन कदाचार का आरोप में तीन परीक्षार्थी निष्कासित हुए। वहीं अनुमंडल मुख्यालय के एसबीजेएस हाई स्कूल परीक्षा केंद्र पर प्रथम और द्वितीय पाली में दो अभिभावकों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभिभावकों को आर्थिक दण्ड वसूली के बाद मुक्त कर दिया गया।
पहले दिन दोनों पालियों में 38 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। अनुमंडल क्षेत्र में सात परीक्षा केंद्र बनाए गए है। अनुमंडल क्षेत्र में महज बालिकाओं का परीक्षा केंद्र बनाया गया है। परीक्षा के पहले दिन प्रशासनिक हनक देखने को मिला। प्रशासन के सख्ती के आगे गडबड़ी करने वालो की नहीं चली। परीक्षा को लेकर एसडीएम एसजेड हसन, एसडीपीओ सीपी यादव पूरी लय में दिखे। अधिकारियों ने सभी केंद्रों का जायजा लिया। जायजा के दौरान अधिकारी ने केंद्र पर तैनात दंडाधिकारी, पुलिस अधिकारी, केंद्रधीक्षक और वीक्षकों को आवश्यक निर्देश दिए। परीक्षा केंद्र पर प्रवेश के दौरान परीक्षार्थियों को गहन तलाशी के दौर से गुजरना पड़ा। पहला दिन परीक्षा आमतौर पर शांतिपूर्ण रहा। प्रथम दिन प्रथम पाली में विज्ञान और दूसरे पाली में इतिहास विषय की परीक्षा संपन्न हुई। प्रथम पाली में कुल 2970 परीक्षार्थियों को सम्मिलित होना था। हलाकि विभिन्न परीक्षा केन्द्रों पर कई छात्राएँ अनुपस्थित रहे। परीक्षा के दौरान कदाचार में सहयोग करने के आरोप में विभिन्न परीक्षा केन्द्रों पर दो अभिभावकों को गिरफ्तार किया गया। जबकि कदाचार के आरोप में तीन परीक्षार्थी को निष्कासित किया गया है।
परीक्षा के दौरान एसडीएम एसजेड हसन, एसडीपीओ सीपी यादव, थानाध्यक्ष शशिभूषण सिंह सहित अन्य पदाधिकारी विभिन्न परीक्षा केन्द्रों का लगातार जायजा लेते रहे। एसडीएम एसजेड हसन ने बताया कि प्रशासन हर हाल में कदाचार मुक्त और शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा संपन्न कराने के लिए प्रतिबद्ध है। कदाचार में सहयोग करने वाले अभिभावकों और कदाचार में लिप्त परीक्षार्थियों के पकड़ाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा केन्द्र पर सघन तलाशी के बाद ही परीक्षार्थियों को परीक्षा हाॅल में जाने की अनुमति दी गई। इसके लिए महिला पुलिस बल और महिला वीक्षकों की अलग से प्रतिनियुक्ति की गई है। परीक्षा केन्द्रों के बाहर निषेधाज्ञा लागू रहा। परीक्षा के दौरान बाजार में फोटो स्टेट और साइबर कैफे आदि दुकानें बंद रहे। परीक्षा के दौरान प्रतिनियुक्त अधिकारियों के अलावे उड़नदस्ता की टीम परीक्षा केन्द्रों का समय समय पर जायजा लेते रहे। प्रशासन के सख्त तेवर और चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के सामने मददगारों की नहीं चली। अभिभावक भी परीक्षा केन्द्र से दूर रहे। परीक्षा केन्द्रों के बाहर का नजारा बिल्कुल बदला बदला सा और शांत दिखा। परीक्षा देकर हाॅल से बाहर निकली छात्राओं के चेहरे पर मुस्कान देखी गई। पूछने पर छात्राओं ने बताया कि परीक्षा अच्छा रहा। प्रश्न पत्र भी आसान था हल करने में परेशानी नहीं हुई ।
पहले दिन एसबीजेएस हाई स्कूल केंद्र पर प्रथम पाली में सभी 147 परीक्षार्थी उपस्थित रहे। द्वितीय पाली में भी सभी 65 परीक्षार्थी उपस्थित रहे। इस केंद्र पर द्वितीय पाली में एक परीक्षार्थी को निष्कासित किया गया। आदर्श मध्य विधालय बालक परीक्षा केंद्र पर प्रथम पाली में 101 परीक्षार्थी में 99 उपस्थित रहे। जबकि दो परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। उत्क्रमित मध्य विधालय कोशी कोलनी परीक्षा केंद्र पर प्रथम पाली में सभी 101 परीक्षार्थी उपस्थिति रहे। जबकि द्वितीय पाली में 90 में 85 परीक्षार्थी ही उपस्थिति हो पाए। बीएसएस चंद्रकांता महाविद्यालय केंद्र पर प्रथम पाली में 251 में 248 परीक्षार्थी उपस्थित रहे।द्वितीय पाली में 210 में 209 परीक्षार्थी उपस्थित रहे। उत्क्रमित हाईस्कूल उदा केंद्र पर प्रथम पाली में 240 में 230 परीक्षार्थी उपस्थित रहे। द्वितीय पाली में 184 में 179 परीक्षार्थी उपस्थित रहे। इस केंद्र पर एक परीक्षार्थी को निष्कासित किया गया। मधुराम मिड्ल स्कूल ग्वालपाड़ा केंद्र पर प्रथम पाली में 131 में 129 परीक्षार्थी उपस्थित रहे। द्वितीय पाली में 69 में 68 परीक्षार्थी उपस्थित रहे। इस केंद्र पर एक परीक्षार्थी को निष्कासित किया गया। मधुराम हाई स्कूल ग्वालपाड़ा केंद्र पर प्रथम पाली में 131 में 130 परीक्षार्थी उपस्थित रहे। द्वितीय पाली में 234 में 228 परीक्षार्थी उपस्थित रहे। परीक्षा के दौरान एसबीजेएस हाई स्कूल केंद्र पर दो अभिभावकों को गिरफ्तार किया गया। परीक्षा आमतौर पर शांतिपूर्ण रही।