मधेपुरा/बिहार : इंटरमीडिएट की परीक्षा सोमवार को प्रशासन के कड़े सुरक्षा व्यवस्था के साथ शुरू हुई। सुबह आठ बजे से ही दूर दराज से परीक्षार्थियों का सेंटर पर पहुंचना प्रारंभ हो गया। जिला प्रशासन सख्त रवैये एवं पुख्ता व्यवस्था के कारण जिले में शांतिपूर्ण परीक्षा संपन्न हुई।
परीक्षा केंद्रों पर छात्र-छात्राओं की सघन जांच के बाद ही सेंटर तक जाने दिया जा रहा था। साथ ही परीक्षा में किसी भी तरह का कदाचार ना हो इसके लिए सभी परीक्षार्थियों का जूता परीक्षा केंद्र के मुख्य द्वार पर ही खुलवा लिया गया। वहीं कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए अधिकारियों द्वारा पूर्व ही निर्देश दिया गया था कि परीक्षा के दौरान केंद्र के आसपास की फोटोस्टेट दुकानें बंद रहेगी। जिसके बाद परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों ने केंद्र के आसपास के सभी दुकानों का जायजा लिया एवं फोटोस्टेट की दुकानों को बंद करवाया। वहीं कमांडो हेड विपिन कुमार, विकास कुमार सहित अन्य कमांडो द्वारा लगातार सभी केंद्रों पर निगरानी की गयी।
35 परीक्षा केंद्र पर 29 हजार 18 परीक्षार्थी हुए शामिल : जिले में 35 परीक्षा केंद्र पर 29 हजार 18 छात्र-छात्राएं सोमवार को इंटर की परीक्षा में सम्मिलित हुए। जिसमें सदर अनुमंडल के 28 परीक्षा केंद्रों पर 24 हजार चार सौ 93 एवं उदाकिशुनगंज अनुमंडल क्षेत्र में सात परीक्षा केंद्रों पर चार हजार पांच सौ 25 छात्र छात्राएं सम्मिलित हुए। इन 35 परीक्षा केंद्रों में सदर अनुमंडल में 13 परीक्षा केंद्र छात्राओं का तथा 15 परीक्षा केंद्र छात्रों का बनाया गया है। साथ ही उदाकिशुनगंज अनुमंडल क्षेत्र में सातों परीक्षा केंद्र छात्राओं के लिए बनाया गया है।
29 हजार से अधिक परीक्षार्थियों का आगमन लगी भीड़ : जिले में एकाएक 29 हजार से अधिक परीक्षार्थियों का आगमन तथा परीक्षार्थियों के साथ उतनी ही भारी संख्या में अभिभावकों का आगमन हर चौक चौराहे व सेंटर के आसपास भीड़ इकट्ठा हुई। अभिभावकों ने भी सभ्यता का परिचय देते हुए प्रशासन के सभी निर्देश को मानते नजर आये। लोंगों की भीड़ होने के कारण हर जगह जाम की स्थिति बनी रही। जाम के कारण वाहनों की लंबी कतार लगी रही। भीड़ होने के कारण बस स्टैंड, कॉलेज चौक, स्टेशन चौक, कर्पूरी चौक एवं अन्य चौक-चौराहों पर जाम लगा रहा. खासकर कर्पूरी चौक एवं कॉलेज चौक, जहां पर सभी तरफ से गाड़ियों का जमावड़ा लगा रहा है। आलम यह है कि अचानक से मुख्य बाजार में अफरातफरी सा दिख रहा था।। हालात यह रहे कि बस स्टैंड से लेकर हर प्रमुख चौराहा पर भीड़ सरकती हुई दिखी। कॉलेज चौक पर घंटों एंबुलेंस भीड़ में फंसी रही।
हालांकि प्रशासन की मुस्तैदी के कारण लोगों को ज्यादा मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ा। सभी केंद्रों पर पुलिस बल तैनात होने के कारण कहीं भी अफरा-तफरी का माहौल नहीं रहा। जिला पदाधिकारी से लेकर सभी अधिकारी, सभी केंद्रों और आसपास के जगहों पर मॉनिटरिंग करते नजर आये। जिला पदाधिकारी के आदेशानुसार अभिभावकों को पहले ही सूचित कर दिया गया था कि परीक्षा केंद्र से अभिभावक पांच सौ गज की दूरी के अंदर नहीं रहेंगे और परीक्षा के कारण केंद्र पर 144 धारा लागू की गई थी।
जिले में चार परीक्षा केंद्र बनाए गए, मॉडल परीक्षा केंद्र : जिला मुख्यालय स्थित केशव कन्या उच्च विद्यालय, वेदव्यास महाविद्यालय एवं केवी विमेंस कॉलेज परीक्षा केंद्र एवं उदाकिशुनगंज अनुमंडल क्षेत्र में मध्य विद्यालय उदाकिशुनगंज परीक्षा केंद्र आकर्षण का केंद्र रहा। इस परीक्षा केंद्र को मॉडल सेंटर बनाया गया। जिला पदाधिकारी नवदीप शुक्ला के आदेश पर जिला मुख्यालय स्थित केशव कन्या उच्च विद्यालय, वेदव्यास महाविद्यालय एवं केवी विमेंस कॉलेज परीक्षा केंद्र एवं उदाकिशुनगंज अनुमंडल क्षेत्र में मध्य विद्यालय उदाकिशुनगंज परीक्षा केंद्र को केवल छात्राओं का सेंटर बनाया गया। यहां सभी शिक्षक से लेकर पयर्वेक्षक महिलाएं रही।छात्राओं की तलाशी महिला दंडाधिकारी, महिला पुलिस, महिला वीक्षक व महिला केंद्र अधीक्षक द्वारा ली गई।
अधिकारी करते रहे केंद्रों की निगरानी : परीक्षा के दौरान परीक्षा में तथा परीक्षार्थियों को किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो, साथ ही कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए जिला पदाधिकारी नवदीप शुक्ला, पुलिस अधीक्षक संजय कुमार, सदर एसडीपीओ वशी अहमद, सदर एसडीएम वृंदा लाल, जिला शिक्षा पदाधिकारी उग्रेश प्रसाद मंडल, सदर अंचलाधिकारी वीरेंद्र झा ने सभी केंद्रों का जायजा लिया। मौके पर अधिकारियों ने साफ निर्देश दिया कि परीक्षा पूरी तरह कदाचारमुक्त एवं शांतिपूर्ण होगी। परीक्षा केंद्र पर परीक्षा का संचालन केंद्राधीक्षक एवं वीक्षक की जिम्मेदारी है। इसमें गड़बड़ी हुई तो इसके लिये केंद्राधीक्षक एवं वीक्षक पर कार्रवाई की जायेगी।
चार छात्र हुए निष्कासित : सोमवार को इंटरमीडिएट परीक्षा के दौरान जिला मुख्यालय के परीक्षा केंद्रों पर गहन तलाशी के दौरान चार परीक्षार्थियों को परीक्षा से निष्कासित कर दिया गया। जिसमें संत अवध इंटर कॉलेज से एक छात्र निष्कासित हुए। वहीं मधेपुरा डिग्री कॉलेज से दो छात्र निष्कासित हुए। साथ ही शांति आदर्श मध्य विद्यालय से एक छात्र निष्कासित हुए।