दरभंगा/बिहार : सीएए, एनपीआर और एनआरसी के विरोध में आज भी आंदोलन जारी रहा। आज संविधान बचाओ संघर्ष समिति के तत्वावधान में दरभंगा के कर्पूरी चौक पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू हुआ। आंदोलनकारी नागरिक संशोधन बिल वापस लेने, नागरिकता छीनने वाले एनआरसी वापस लेने, संविधान के मौलिक संरचना से खिलवाड़ बंद करने आदि सहित विभिन्न मांगों के समर्थन में नारा लगा रहे थे। धरनास्थल पर सीपीआई (एम) नेता गोपाल ठाकुर की अध्यक्षता में सभा का आयोजन किया गया।
इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि इस कानून का प्रयोग असम में हुआ, जिसमें 19 लाख परिवारों की नागरिकता खारिज की गयी। इसमें लगभग 14 लाख हिन्दू परिवार शामिल हैं। अगर पूरे भारत वर्ष में यह काला कानून लागू हुआ तो दलित, पिछड़ी, अल्पसंख्यक, आदिवासी, गरीब-मजदूर वर्गों के करोड़ों परिवारों की नागरिकता खत्म होने की संभावना है। वक्ताओं ने कहा कि आज देश महंगाई की मार झेल रहा है। बेरोजगार आज चौराहे पर खड़े हैं। गरीबी, भूखमरी, स्वास्थ्य और कुपोषण जैसे सवालों से देश घिरा हुआ है।
दूसरी ओर सरकार सार्वजनिक क्षेत्रों जैसे रेल, बिमा, जहाज, खाद्य, स्टेशन आदि को बेचने पर आमदा है। इस मौके पर जिला खेतिहर मजदूर यूनियन के मंत्री दिलीप भगत, माले नेता आर.के. सहनी, भूषण मंडल, राजद नेता रमाशंकर सहनी, आप के फवाद गजाली, इनौस के केशरी कुमार यादव, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सीताराम चौधरी, माकपा के जिला मंत्री अविनाश कुमार ठाकुर मन्टु, धीरेन्द्र झा बादल, दरभंगा जिला मिथिला संघ के विपलव कुमार चौधरी, अब्दुल समद, एसयूसीआईसी के जिला सचिव लाल कुमार, डॉ. मुन्ना खान, चुनचुन यादव, राजा अंसारी आदि ने अपने अपने विचार रखे।
उधर क़िलाघाट और लालबाग में भी अनिश्चिकालीन धरना प्रदर्शन जारी है जिसमे पुरुषों की संख्या में महिलाएं बड़ी संख्या में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही है।