छातापुर/सुपौल/बिहार : जल-जीवन हरियाली, नशा मुक्ति तथा बाल विवाह एवं दहेज उन्मूलन को लेकर रविवार को आयोजित मानव श्रृंखला महज पिछले दो मानव श्रृंखला की उपेक्षा इस बार छातापुर प्रखंड क्षेत्र में बहुत कम लोग ही शामिल हुआ । जिसमें सरकारी और गैरसरकारी स्कूलों को सबसे ज्यादा देखा गया । उसमें भी नियमानुसार एक से पांच वर्ग के बच्चों को मानव श्रृंखला में शामिल नहीं होना था, लेकिन मानव श्रृंखला को सफल बनाने हेतु आंगनबाड़ी तक के बच्चों को शामिल करने के बावजूद भी एसएच 91 पर मानव श्रृंखला टॉय टॉय फीस साबित हुआ ।
यहां बता दें कि मानव श्रृंखला के दौरान कहीं भी वाहनों का परिचालन बंद नहीं था, इतना ही नहीं सरकार सख्त निर्देश बावजूद प्रशासनिक अधिकारी भी कहीं चौकस नजर नही आए । जिसका नतीजा रहा कि सड़क पर खड़े लोग हाथं से हाथं मिलाने के बजाय सावधान मुद्रा में खड़े नजर आ रहे थे, कहीं-कहीं जहाँ आंगनबाड़ी सेविका, आशा और जीविका दीदी हीं मानव श्रृंखला के प्रति सजग नजर आईं। सरकारी कर्मी की अभिरुचि मानव श्रृंखला के प्रति खास नही देखा गया ।
वहीं इस मानव श्रृंखला से लोगो मे तरह तरह की चर्चाएं चल रही है। युवा राजद के राष्ट्रीय महासचिव संजीव मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह मानव श्रंखला पूरी तरह से फेल रहा, पिछले दो की अपेक्षा में आज 10 से 15% ही आदमी इस मानव श्रंखला में भाग लिए । सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जगह जगह पुलिस बल तैनात था । इस श्रृंखला का मोनिटरिंग लोक निवारण शिकायत पदाधिकारी कृष्ण मुरारी किशन, आरडीओ अजित कुमार सिंह, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रामनारायण मेहता, अंचलाधिकारी सुमित कुमार सिंह, थानाध्यक्ष अनमोल कुमार, केआरपी पूनम पाठक आदि कर रहे थे ।