नालंदा/बिहार:जिला मुख्यालय बिहारशरीफ में अंजुमन मुफीदुल इस्लाम नालंदा के बैनर तले अल्पसंख्यकों के द्वारा नागरिक संशोधन कानून और एनआरसी जैसे काले कानून को लेकर शहर के बड़ी दरगाह स्थित मेला मैदान में एक भारी जन सैलाब उमड़ा।
मेला मैदान से एक शांति जुलूस काला कानून को लेकर सोगरा कॉलेज होते हुए सद्भावना मार्ग होते हुए कलेक्ट्रेट पर जाने का कार्यक्रम था लेकिन इस जुलूस में उमड़ी जनसैलाब को लेकर जिला प्रशासन ने सोगरा कॉलेज गेट के पास ही जुलूस को रोक दिया।शांति जुलूस में शामिल सभी लोग वहीं पर धरने पर बैठकर इस काला कानून का विरोध में नारेबाजी करने लगे। जुलूस में शामिल अधिकांश लोगों के हाथों में तिरंगे झंडे और तख्तियां लिए हुए थे एनआरसी सीएए काला कानून वापस लो, मोदी तेरी हिटलर शाही नहीं चलेगी। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई हम सब हैं आपस में भाई-भाई जैसे स्लोगन लिखे हुए थे।
मैदान में जुलूस से पूर्व हुई सभा को संबोधित करते ओला माय दिन और मुफीदुल इस्लाम के अलावे कई संगठन के लोगों ने कहा कि यह काला कानून खास धर्म के ऊपर लाकर देश में बढ़ती महंगाई बेरोजगारी खराब हो रहे अर्थव्यवस्था से ध्यान हटाने के लिए भारत सरकार इस तरह का काम किया है इस अवसर पर कहा गया कि नेपोलियन ने कहा था कि जब देश की जनता अपना हक और अधिकार रोजगार मांगना शुरू करें तो उसे धर्म के मामलों में उलझा दो और आराम से अपनी सरकार चलाओ आज इसी नक्शे कदम पर भारत की सरकार चल रही है। इस जुलूस में 25 हजार से भी ज्यादा लोगों ने भाग लिया।
इस शांति जुलूस को लेकर जिला प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद थी और शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात थे खुद इस जुलूस की कमान जिला प्रशासन की ओर से जिला आरक्षी अधीक्षक निलेश कुमार संभाल रखे थे। शांतिपूर्ण जलूस संपन्न होने पर मुफीद उल इस्लाम की ओर से जिला प्रशासन और शहर के नागरिकों को बधाई दी है।