Recentबिहारसुपौल सुपौल : प्रसव के बाद प्रसूता की मौत, इलाज में लापरवाही का आरोप, आक्रोशित लोगों ने किया जमकर हंगामा द्वारा Irshad Adil - December 14, 2019 (फोटो –टीआरटी) Spread the newsरियाज खानसंवाददाताभीमपुर, सुपौल छातापुर/सुपौल/बिहार : छातापुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में शनिवार को प्रसव के बाद प्रसुता की मौत हो गई। मौत की खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया और प्रसव कक्ष के बाहर भाड़ी भीड़ जमा हो गई। मौके पर मौजूद परिजनों ने कहा कि डॉक्टर की लापरवाही से महिला की मौत हुई है। इधर प्रसूता की मौत से आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों ने पीएचसी में जमकर हंगामा किया। आक्रोशित लोगों ने महिला की मौत के लिए अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही को जिम्मेवार ठहराया है । इधर, हंगामा की सूचना पर थानाध्यक्ष अनमोल कुमार सदलबल के साथ पीएचसी पहूंचे और परिजनों से घटना की जानकारी प्राप्त की। जिसके बाद आक्रोशित भीड़ को शांत कराने में जूट गये। इसी बीच रास्ते से गुजर रहे त्रिवेणीगंज एसडीएम विनय कुमार सिंह भी जानकारी के बाद पीएचसी पहूंचे और डॉक्टर तथा कर्मियों से स्थीतिगत जानकारी लिया । जानकारी अनुसार मुख्यालय पंचायत वार्ड नंबर 6 निवासी मो सद्दाम की गर्भवती पत्नी 24 वर्षिया सगीरा खातून को नाजुक स्थिति में एक बजकर 49 मिनट पर भर्ती कराया गया था, जहां प्रसुता को आवश्यक चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई, ड्यूटी पर डॉ शंकर कुमार मौजूदग थे । परिजनों ने बताया कि करीब तीन बजे नाॅर्मल डिलेवरी के तहत बच्ची के जन्म के बाद प्रसुता के शरीर में कंपन आने लगा और 15 मिनट बाद प्रसुता ने दम तोड़ दिया, बताया जाता है कि लेबर रूम में आक्सीजन उपलब्ध नहीं था, जबतक आपातकालीन वार्ड से आक्सीजन सिलेंडर लाया जाता तबतक बहूत देर हो चुकी थी, मौत की जानकारी के बाद पीएचसी प्रभारी डा नवीन कुमार प्रसव कक्ष पहूंचे। उधर जनअधिकार पार्टी यूवा के प्रखंड अध्यक्ष श्याम कुमार यादव कार्यकर्ताओं के साथ पीएचसी पहूंचे और मामले से अवगत हुए। जिसके बाद पीएचसी प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हंगामा कर दिया, श्री यादव ने कर्तव्य में लापरवाही करने वाले चिकित्सक व कर्मियों के विरूद्ध शख्त कार्रवाई की माँग की, इधर परिसर में जमा भीड़ के बीच महिला परिजनों के करूण चित्कार से लोगों का कलेजा मूंह को आ रहा था, महिलाओं ने कहा कि मृतक महिला को पहले से चार पुत्री थी अब पांच बेटियों का लालन पालन कौन करेगा, बेटियों के पिता मजदूरी के लिए बाहरी प्रदेश में है, परिवार की माली हालत बेहद कमजोर है और जमीन में बासडीह भी नहीं है। बताया कि मृतका का पति अपने पत्नी के साथ ननिहाल में ही रहता था। इस संदर्भ में पुछने पर एसडीएम श्री सिंह ने बताया कि लेबर रूम में ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध नहीं था जैसा कि प्रारंभिक छानबीन में पता चला,जच्चा की मौत में चिकित्सीय लापरवाही की जानकारी डीएम को दिया जाएगा, जिसके बाद समुचित जांच कर दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। इस बाबत दो शंकर कुमार से पूछने पर बताया कि प्रसूता की मौत लापरवाही के कारण नहीं हुई है, मेरे द्वारा समुचित इलाज किया गया था, और नॉर्मल डेलीवरी भी हो गई थी, प्रथम दृष्टया प्रसूता की मौत डिपरेशन के कारण हुई है । Spread the news