नालंदा : सात समुन्दर पार से आये साइबेरियन पक्षियों की दिलचस्प कहानी

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मुर्शीद आलम
नालंदा ब्यूरो
बिहार

नालंदा/बिहार : जिले में इन दिनों हजारों साइबेरियन पंछी नालंदा के बिहार थाना और व्यवहार न्यायालय में अपना बसेरा बनाए हुए है। साइबेरियन पक्षियों ने जून महीने के बाद से ही यहां आने का सिलसिला शुरू हो जाता है और जाड़े के मौसम खत्म होते ही सात समुंदर पार अपने देश चले जाते हैं। हकीकत तो यह है के इंसान तो इंसान पंछियों भी अपने आप को थाना और कोर्ट को महफूज जगह समझती  है।

 ऐसा ही नजारा इन दिनों बिहार के नालंदा जिले स्थित बिहार थाना और कोर्ट परिसर में  लगे दर्जनों पेड़ों पर देखने को मिल रहा है, जहां हजारों से ज्यादा संख्या में पक्षी अपना डेरा बसेरा बना रखा। थाना और कोर्ट में आने वाले लोगों के लिए यह एक आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। पंछियों की शाम की चहचहाहट सुंदर आवाज से लोग मंत्रमुग्ध हो रहे हैं। थाने के लोग भी कहते हैं कि यह पक्षी के आने से हम लोगों के अंदर एक खुशी पैदा होता है इसकी चक चक आहट सुनने में अति सुंदर महसूस होता है। आसमान में किलकिरिया और अठखेलियां करती यह पंछियों बेहद ही खूबसूरत लगती है।

कारण यह भी है कि सभी पंछी 6 महीने यहां तक रहकर पर प्रजनन करती है और जब उनके बच्चे बड़े हो जाते हैं तो अपने साथ लेकर सात समंदर पार चली जाती इन पंछियों को देखने के लिए आसपास के लोगों की बराबर देखने के लिए आते रहते हैं।


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