बिहार की राजधानी पटना में तकरीबन 30 वर्षो से हू ऐसी त्रासदी कभी नहीं देखी थी, प्रकृति के साथ ही साथ मानव निर्मित जलजमाव और सरकार की अनदेखी ने पटनावासियों की जन्दगी को नरक से भी बदतर बना रखा है। पटना के नए बसाव वाले इलाकों की स्थिति काफी भयावह है, अभी तक शासन प्रशासन की तरफ से कोई झांकने भी नहीं आया है।
वह इलाका है रूपसपुर थाना अंतर्गत गोला रोड रंजन पथ लेन नंबर तीन का। मनेर के पूर्व विधायक श्रीकांत निराला जी के घर के पास से लेन नंबर 3 शुरू होता है और बिरला ओपन माइंड स्कूल के पूर्वी गेट के पास समाप्त होता है। वहा से 100 मीटर आगे जाने पर बिरला ओपन माइंड के गेट से पहली गली पूरब और फिर उत्तर की तरफ मुड़ जाती है। इसी रोड में पानी विद्या निवास कामदा भवन तक लगा हुआ है। इससे सटे पूरब साइड में ज्ञान निकेतन स्कूल का पिछला बाउंड्री है, 200 मीटर तक 4 फीट पानी लगा हुआ है। 10 दिनों से लोग त्राहिमाम है। अब मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ा है। पानी सड़ रहा है महामारी फैलने की आशंका है।
स्थानीय विधायक आशा सिन्हा, सांसद रामकृपाल यादव, नगर परिषद की अध्यक्षा अनु सिन्हा, पार्षद राज किशोर सिन्हा से मोहल्ले वासी गुहार लगा चुके हैं। समस्या का निराकरण होना तो दूर अभी तक कोई अंदर के इस गली की तरफ झांकने तक नहीं आया है। बार-बार आग्रह के बाद ज्ञान निकेतन वाले रोड में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कर दिया गया है। इस रोड में भी आरपीएस मोड़ की तरफ जाने वाले साइड में पानी लगा हुआ है पर इस गली में अभी तक कोई नहीं आया है। बेली रोड पर महाराजा गार्डन के अपोजिट रेड भालवेट होटल है उसी के बगल से शुरू होता है रंजन पथ। इसी रोड में पूर्व सांसद रंजन यादव का आवास है यहां पर पांच पांच पंप लगे हुए हैं जल निकासी के लिए। इसी रोड के उत्तरी साइड में अंतिम छोर पर जो उसके सामने वाली गली है तीन नंबर गली है। इस गली में जहां भी जल जलजमाव है। वहां नंदिनी सिस्टम है नसीब में सिस्टम है।
जनप्रतिनिधियों से बात करने पर बेकार है कि पानी निकल जाएगा। अब उन्हें कौन समझाए कि बिना नाला के पानी कैसे निकलेगा। उस पानी को निकलवाने के लिए पंप लगवाना पड़ेगा। यहां लोग वहां ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव का ही माग कर रहे है तो किसी का ध्यान नहीं है।
अनूप नारायण सिंह
एंकर बिग गंगा चैनल सह स्थानीय संपादक “द रिपब्लिकन टाइम्स” डिजटल हिंदी डेली