चौसा/मधेपुरा/बिहार : हिन्दी भारतीय संस्कृति की पहचान है । हिंदी सद्भाव और समन्वय की भाषा है । लिहाजा प्रत्येक भारतीय को हिन्दी भाषा को अपनाने की जरूरत है ।
उक्त बातें प्रखंड मुख्यालय स्थित महादेव लाल मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक सचिन्द्र पासवान ने कही । वे आज शनिवार को “हिन्दी दिवस” के अवसर पर “पुरस्कार वितरण समारोह” को संबोधित कर रहे थे । उन्होंने कहा कि हिन्दी अपने ही आंगन में उपेक्षित है । इस भाषा को अकादमिक रूप से अनिवार्य करना चाहिए ।
ज्ञातव्य है कि प्रत्येक वर्ष 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस मनाया जाता है । आज ही के दिन 1949 ई.को हिन्दी को राष्ट्रभाषा के रूप में संविधान सभा ने अंगीकार किया था। हिन्दी के प्रसार के लिए आज महादेव लाल मध्य विद्यालय, चौसा में छात्रों के बीच निबंध तथा कविता वाचन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । जिसमें सफल छात्रों को समारोहपूर्वक पुरस्कृत किया गया ।
कार्यक्रम संयोजक शिक्षक यहिया सिद्दीकी ने बताया कि छोटू आलम , शिवम ,पूरण कुमार, कृपानंद कुमार, नीतीश कुमार, मो. ईशान, आशुतोष कुमार, तथा कृष्ण कुमार को प्रथम पुरस्कार, रवि कुमार, मणि कुमार, सूरज कुमार, नूर सलाम ,अरशद आलम , विक्रम कुमार, सुमित कुमार ,एवं नदीम अंसारी को द्वितीय और प्रिंस कुमार ,सौरव कुमार, किशन कुमार, मो. तारिक , सूरज कुमार, रामशंकर कुमार, मो. जाहिर को तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया ।
मौके पर शिक्षिका मंजू कुमारी, रीणा कुमारी, श्वेता कुमारी, शिक्षक सत्यप्रकाश भारती, यहिया सिद्दीकी, प्रणव कुमार, राजेश कुमार, मंजर इमाम, भालचंद्र मंडल, शमशाद नदाफ, फैयाज अहमद सहित छात्रगण उपस्थित थे । कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाध्यापक सचिन्द्र पासवान ने की जबकि संचालन यहिया सिद्दीकी ने किया ।