मधेपुरा/बिहार : आज हिंदी दिवस के अवसर पर माया विद्या निकेतन के डी बी रोड व मदनपुर नया नगर परिसर स्थित परिसर में हिंदी दिवस मनाया गया।
इस मौके पर नया नगर परिसर में आयोजित मुख्य कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय की संचालिका सह निजी विद्यालय की जिला सचिव चंद्रिका यादव ने कहा की हिंदी भारत की राजभाषा ही नहीं बल्कि भारत की राष्ट्रीयता का श्रंगार है। भारत विभिन्नताओं में एकता का परिचायक है लेकिन जब भारत के संदर्भ में भाषा की चर्चा की जाती है तब हिंदी पहचान और गौरव के रूप में सामने आती है।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि हिंदी को और समृद्ध करने की जरूरत है क्योंकि भाषा देश की पहचान होती है। हिंदी के वरीय शिक्षक आलोक कुमार ने कहा कि हिंदी भारत की राजभाषा है भारत के साहित्य में हिंदी की अहम भूमिका है। हिंदी साहित्य समाज के विभिन्न पहलुओं को रेखांकित करने का काम करता है।उन्होंने कहा कि हिंदी भारत में अपनत्व का अहसास कराती है। हिंदी कई भाषाओं की जननी है। हिंदी की एक विशेषता यह भी है की यह अपने अंदर कई विशेषताओं को समाहित करने की क्षमता रखती है।
उन्होंने कहा की विभिन्न रूपों में एक पखवाड़ा तक हिंदी दिवस मनाया जाएगा।इस अवसर पर विभिन्न क्लास के बच्चों ने हिंदी के सम्बन्ध में अपने विचार और उदगार व्यक्त किए।
इस मौके पर प्राचार्य धर्मेन्द्र कुमार, उप प्राचार्य मदन कुमार, शिक्षक कृष्णा कुमार, मंजू घोष, सरिता भांजा, कविता, इसनिग्धा, वर्षा दधीचि, राखी, अंशु, प्रवीण, खुर्शीद, रहमान, जय शंकर, मनीष, गौरी शंकर, मीडिया प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर सहित अन्य मौजूद थे।
कार्यक्रम का संचालन बाला कांत, सोनम और सुधांशु ने संयुक्त रूप से किया।