नये मोटर वाहन कानून के तहत छात्र नौजवनों को प्रताड़ित कर जेल भेजे जाने की घटना शर्मनाक- जाप (लो)

Spread the news

नितिन गडकरी – नीतीश कुमार काला कानून को वापस लें, अन्यथा पप्पू यादव के नेतृत्व में बड़ा आंदोलन होगा :  एजाज अहमद

कौनैन बशीर
वरीय उप संपादक

बिहार : जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज अहमद ने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा कि क्या नये मोटर वाहन कानून  का डर दिखा कर पूरे देश और बिहार में  ट्रैफिक नियम को लागू करवाया जायेगा।  छात्र – नौजवान  और  निरीह आम जनता को पुलिस के द्वारा पिटा जा रहा  है, हर तरह से प्रताड़ित करके  झूठा मुकदमा दर्ज करवा कर  जेल की सलाखों में बंद  किया जा रहा है। राज्य सरकार सरकार की ओर से वैसे पुलिस वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, जो मर्यादा और अपने कर्तव्यों का हनन कर रहे हैं। क्या लोकतंत्र का मतलब यही है?  देश के लोगों ने जो बहुमत दिया है, उसका इसी तरह से फायदा उठाया जाएगा ? यह देश की जनता जानना चाहती है।

अहमद ने आगे कहा कि भाजपा के नेता घड़ियाली आंसू बहाना बंद करें और जब यह देख रहे हैं कि देश की जनता इस काला कानून के खिलाफ उठ खड़ी हुई है तो वह अब जनता के हित मे समर्थन  का दिखावा कर रहे हैं। बिहार और पटना में ही नहीं बल्कि देश स्तर पर इस तरह का पुलिसिया कानून और तुगलकी फरमान से आम जनता हलकान है अगर भाजपा नेताओं को आम जनता  का इतना ही ख्याल है तो वह अविलंब इस काला कानून को वापस लेने की घोषणा करें। अन्यथा जन अधिकार पार्टी पप्पू यादव  के नेतृत्व में ना सिर्फ  बिहार बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी इसके खिलाफ जन आंदोलन खड़ा करेगा ।

उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी  और नीतीश  कुमार आम जनों को सड़कों पर आने के लिए मजबूर न करें, क्योंकि कोई भी कानून जागरूकता के बाद ही लागू होता है , हिटलर शाही रवैया से नहीं । क्या डबल इंजन की सरकार इसी काम के लिए है कि आम जनता को सड़कों पर बेइज्जत करें उन्हें पीटा जाये, जेल की सलाखों में बंद कर दिया  जाये। इस तरह के रवैया पर जन अधिकार पार्टी चुप नहीं बैठेगा ।


Spread the news