मधेपुरा/बिहार : जिला अंतर्गत उदाकिशुनगंज अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय के वकालत खाना के प्रांगण में अनुमंडलीय अधिवक्ता संघ के तत्वाधान में व्यवहार न्यायालय का 5 वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया।
सत्र न्यायाधीश देवानंद मिश्र, न्यायिक दंडाधिकारी शिवकुमार समेत सभी न्यायिक पदाधिकारी और संघ के अधिवक्ताओं ने दीप प्रज्वलित एवं केक काटकर स्थापना दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष मोहन कांत ठाकुर ने की
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सब जज देवानंद मिश्र ने कहा कि हमें केवल अपना स्वार्थ नहीं देखना चाहिए, बल्कि वादी की सुविधाओं का भी ध्यान रखना चाहिए। वहीं न्यायिक दंडाधिकारी शिवकुमार ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अधिवक्ता के बिना न्याय प्रक्रिया को पूरा करना कहीं से संभव नहीं है। क्योंकि बार व बेंच के बीच अन्याेन्याश्रित संबध है। यू कहिए कि बार-बेंच का आईना है। इस आईने के बल पर ही हम न्यायाधीश न्याय दे पाते है।
वरीय अधिवक्ता सुबोध कुमार सिंह ने कहा कि यह बड़े साैभाग्य की बात है कि बीते पाँच वर्षों से हम लोग एक साथ विशेष रूप के साथ अनुमंडलीय न्यायालय का स्थापना दिवस मना रहे है।
मौके पर उपस्थित एसडीएम एसजेड हसन ने कहा कि महज छोटे से कार्यकाल की अवधि में ही उदाकिशुनगंज अनुमंडलीय न्यायलय जिला बनने के मार्ग पर पहुँच गयी है। उन्होंने कहा कि यहाँ के अधिवक्ताओ ने अपनी मेहनत एवं अपनी लगन से उदाकिशुनगंज बहुत आगे बढे हैं। साथ ही न्यायालय संचालन में भी सहयोग की भावना रखते हैं।
वही मौके पर डीएसपी सीपी यादव, अधिवक्ता संघ अध्यक्ष मोहन ठाकुर, उपाध्यक्ष उदय शंकर झा, सचिव संजय मिश्र, वरीय अधिवक्ता सुबोध कुमार सिंह, विनोद कुमार आजाद आदि उपस्थित थे।
इधर स्थापना दिवस के मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम एक शाम शहीदों के नाम आयोजन किया गया। कार्यक्रम मे आये हुए कलाकारों द्वारा एक से बढ़कर एक प्रस्तुति पेश की गई । कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से सुबोध कुमार सिंह, मनोज शंकर ठाकुर, निरंजन सिंह, राजेश मिश्र, मणि कुमार सिंह, त्रिपुरारी सिंह, राजेंद्र मंडल, बिकाश सिंह, शशि अभिषेक सहित अधिबक्ता सघ के सभी सदस्यों के द्वारा अमूल्य योगदान दिया गया।