दरभंगा :  हालात ऐसे हो गए कि अब ज़िन्दगी की कोई कीमत नही, दो अलग अलग जगहों पर दो महिला ने आत्महत्या कर अपनी ज़िन्दगी समाप्त की

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ज़ाहिद  अनवर (राजु)
उप संपादक

दरभंगा/बिहार : वक़्त इतनी तेजी से बदल सकता है सोचा भी नही जा सकता है। कहा जाता है कि लोग दूसरे की जान लेने में तो कोई गुरेज नही करते है लेकिन अपनी जान गवाना कितना ठोस फैसला होता होगा इसका अंदाज़ा लगाया जा सकता है। आज की दो अलग अलग घटनाओं ने झंकझोर दिया है।

पहली घटना दरभंगा स्टेशन के पास की है। दूध मुंहे बच्चे के साथ मां ने चलती ट्रेन के सामने आकर जान दे दी। वहीं ट्रेन का धक्का लगने से दूध मुंहा बच्चा बाल-बाल बच गया। बच्चे को  थोड़ा भी खरोच नहीं आयी। आज सुबह बिहार संपर्क क्रांति जो दरभंगा से खुलकर नई दिल्ली के लिए जाती है दरभंगा रेलवे स्टेशन से ट्रेन खुलते ही दूध मुंहे बच्चे को लेकर महिला ने ट्रेन के आगे छलांग लगा दी। जब तक ड्राइवर ब्रेक लगाता तब तक महिला कट चुकी थी। वहीं बच्चा रेलवे ट्रैक पर इंजन के नीचे था बच्चा पूरी तरह सुरक्षित था। जिसे इंजन के नीचे से निकाला गया। बिहार संपर्क क्रांति आधे घंटे तक रुकी रही।

आत्महत्या करने वाली महिला का शिनाख्त हो गया है। वह सदर थाना क्षेत्र की पंकज लाल देव की 28 वर्षीय पत्नी रवीना देवी बताई गई है। वहीं दुधमुंहे बच्ची अंकिता कुमारी बताई गई है। जीआरपी थानाध्यक्ष ने बताया कि लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। वहीं परिवार को सूचना दे दी गई है। महिला क्यों आत्महत्या की इसकी तहकीकात की जा रही है। वही दूसरी घटना बहेड़ा थाना क्षेत्र की है। बहेड़ा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गांव के पुरण पासवान के बीस वर्षीय पुत्री राधा कुमारी ने भी रेल से कटकर आत्महत्या कर लिया। ग्रामीणों ने बताया कि लड़की पारिवारिक कलह से तंग आकर सकरी-बिरौल रेल खण्ड पर धेरूख-जगतपुर जीरात के नजदीक रात वालीं ट्रेन से कट कर अपनी जान दे दी। बहेड़ा थाना की पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया है।


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