नालंदा/बिहार: जिला सदर अस्पताल में जदयू विधायक डॉक्टर जितेंद्र कुमार द्वारा सदर अस्पताल के डॉक्टर के साथ दादागिरी और बदसलूकी करने के खिलाफ सदर अस्पताल डॉक्टर ओपीडी ठप कर हड़ताल पर चले गए हैं। हड़ताल पर गए डॉक्टरों का कहना था कि बेगैर पोस्टमार्टम किए विधायक ने नेचुरल डेथ सर्टिफिकेट मांग रहे थे।
ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर पवन कुमार ने कहां कि पोस्टमार्टम की जो प्रक्रिया है उसे बिना पूरा किए हुए मैं कोई अपना ओपिनियन नहीं दे सकता हूं यह बात सुनते ही विधायक का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया और और डॉक्टर के साथ अभद्र व्यवहार किया। इसकी सूचना मिलते ही सिविल सर्जन भी अस्पताल पहुंचे तो विधायक ने उनके साथ भी बदसलूकी और अभद्र व्यवहार किया। वहीँ इस बात की सूचना डॉक्टरों को मिलते ही ओपीडी सेवा को ठप कर अनिश्चित काल के लिए हड़ताल पर चले गए।
आपको आगे बताते चलें कि सारे थाना क्षेत्र के बड़े पुर गांव में जदयू नेता जितेंद्र यादव की संदेहास्पद स्थिति में सोए हुए अवस्था में मौत हो गई थी इसके बाद परिजनों ने पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लाया था उसी दौरान मातम पुर्सी के लिए अस्थमा विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ जितेंद्र कुमार भी पूहचें थे और इसी दौरान यह घटना पेश आया।
सदर अस्पताल के डॉक्टरों के द्वारा ओपीडी सेवा ठप करने और हड़ताल पर चले जाने से जिले के दूर दराज से आए हुए सभी मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा और बगैर इलाज कराए हुए मायूसी के साथ लौटना पड़ा। बिंद प्रखंड के टिकली देवी, अनिता कुमारी, रंजू कुमारी, राजगीर प्रखंड के रेनू देवी बेन प्रखंड के राजकुमार, कमल, आशीष कुमार, अंजली कुमारी, मुस्कान और सोनू कुमारी के अलावे दर्जनों प्रखंड के मरीज सदर अस्पताल से बगैर इलाज कराए मायूस हो कर लौट गए। डॉक्टर श्रीमती कृष्णा ने बताया की जनता के प्रतिनिधि द्वारा इस तरह का कर्तव्य करना सभ्य समाज के लिए एक अच्छी बात नहीं। इस तरह के अभद्र व्यवहार से जनता को ही सदर अस्पताल में परेशानी का सामना करना पड़ा।