सहरसा/बिहार : अपने अदम्य साहस और वीरता और पराक्रम के 20 वे वर्षगाठ पर भारत माता की आन और तिरंगे की शान बरकरार रखने वाले करगिल युद्ध के अमर शहीदों को आज युवा वैश्य समाज सहरसा के तत्वावधान में सहरसा शहर के शंकर चौक पर मोमबती जलाकर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई।
युवा वैश्य समाज सहरसा के जिलाध्यक्ष अजीत कुमार अजय के नेतृत्व मे आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए वैश्य समाज सहरसा के जिलाध्यक्ष मोहन प्रसाद साह ने वीर जवानों को नमन करते हुए कहा कि देश में ही नहीं बल्कि विदेश में भी रहने वाले भारतीय 26 जुलाई को करगिल विजय दिवस के रूप में मनाते हैं। हमारे देश के वीर जवानों ने जिस प्रकार से अपने शौर्य और पराक्रम का परिचय दिया उसे देश उसे कभी नहीं भूल सकता। चाहे वह पाकिस्तान के साथ 1965 का युद्ध हो, 1972 का या 1999 की लड़ाई। वीर जवानों ने हमेशा अपने शौर्य से भारत को विजय दिलाने का काम किया है।
वैश्य समाज सहरसा के कार्यकारी जिलाध्यक्ष व जदयू नेता देवेन्द्र कुमार देव ने सेना के जवानों के शहादत को नमन करते हुए कहा कि कारगिल विजय दिवस हमारे शूरवीर जवानों के अमर बलिदान एवं पराक्रम की गाथा है। पाकिस्तान ने परोक्ष रूप से हमला कर भारत की एकता-अखंडता पर प्रहार करने की निहायत ही कायराना कोशिश की। लेकिन भारतीय सेना के शौर्य के सामने उनकी एक न चली। तब देश के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी थे। उन्होंने सेना को पूरी एवं खुली छूट दे रखी थी। तब भयभीत पाकिस्तान ने स्वीकार किया कि उसने हमला किया था, साथ ही उसने युद्ध विराम को स्वीकार किया। यह देश के गौरव का दिन है।
श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए वैश्य महिला मोर्चा के जिला अध्यक्ष सह पूर्व जिला पार्षद सीमा गुप्ता ने कहा कि 26 जुलाई 1999 का वह दिन जब हम भारतीयों ने सम्पूर्ण विश्व के सामने अपनी विजय पताका लहराया था , वह क्षण हर सच्चे देशभक्तों के लिए गौरव का क्षण था । आज के इस श्रद्धांजलि के माध्यम से महिला मोर्चा की महामंत्री पल्लवी गुप्ता ने कहा कि हम उन शहीदों को याद करने का काम कर रहे जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए हंसते-हंसते वीरगति को प्राप्त हुए है। जिला प्रवक्ता राजीव रंजन साह ने वीर जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि मातृभूमि पर सबकुछ न्योछावर करने वाले अमर बलिदानी भले ही हमारे बीच नही है मगर इनकी यादे हम भारतीयों के दिलों में हमेशा के लिए बसी रहेगी । उपस्थित जिला उपाध्यक्ष विजय गुप्ता व महामंत्री संजय कुमार ने कहा कि देश के स्वाभिमान और गौरव के लिए अपना सर्वस्व अर्पण करने वाले कारगिल युद्ध के वीर सैनिकों पर हम सभी को गर्व तो है ही शहीदों के परिवार के प्रति भी सम्मान हमेशा बनाये रखे । पूर्व संरपच रंजीत कुमार बबलू ने कहा करगिल विजय दिवस भारतीय सेना के साहस और शौर्य का प्रतीक है। यह हमारे वीर जवानों का पराक्रम ही था जिसने पाकिस्तानी सेना को करगिल की दुर्गम पहाड़ियों से खदेड़ कर युद्ध में विजय प्राप्त की। भारतीय सेना की यह शौर्यगाथा आज भी हर भारतीय को गौरवान्वित करती है। युवा अध्यक्ष अजीत कुमार अजय ने कहा कारगिल विजय दिवस हमारे कृतज्ञ राष्ट्र के लिए 1999 में कारगिल की चोटियों पर अपने सशस्त्र बलों की वीरता का स्मरण करने का दिन है। भारत की रक्षा करने वाले योद्धाओं के धैर्य व शौर्य को नमन ।
श्रद्धांजलि सभा में अरुण जयसवाल, पंकज भगत, मीडिया प्रभारी नीरज राम, संतोष कुमार लड्डू, राजकिशोर गुप्ता, संतोष गुप्ता, कुश मोदी, रंजीत चौधरी, रामचंद्र साह, वीरेंद्र पौद्दार, रामनाथ साह, रूपेश साह, शाक्ति गुप्त, राजकुमार अग्रवाल, अजय पौद्दार, ललन साह आदि ने वीर जवानों को मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि दिया।