⇒ पुल निर्माण कार्य में बरती जा रही अनियमिता के खिलाफ विरोध, एसडीएम से शिकायत कर संबंधित पदाधिकारियों पर कारवाई की मांग
⇒ धीमी गति से पुल निर्माण कार्य करने और निजी जमीन में डायवर्सन और पुल निर्माण का सामान रखने के एवज में मुआवजा नहीं देने का संवेदक पर लगाया आरोप
मधेपुरा/बिहार : मधेपुरा जिले के कुमारपुर और मंजौरा सड़क के निकट किसान पेट्रोल पम्प स्थित निर्माणाधीन पुल पर दर्जनों स्थानीय ग्रामीणों ने संवेदक और विभागीय अधिकारियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर हंगामा किया। स्थानीय ग्रामीणों ने संवेदक पर धीमी गति से पुल निर्माण कार्य करने के साथ साथ निजी जमीन में डायवर्सन और पुल निर्माण का सामान रखने के एवज में मुआवजा नहीं देने का संवेदक पर आरोप लगाया।
आक्रोशित स्थानीय ग्रामीण व पूर्व मुखिया उपेंद्र मेहता, वार्ड सदस्य ललन शाह, प्रेम शाह, पप्पू मंडल, सनोज मंडल, रमेश मंडल, मनोज मंडल, रिंकू मंडल, कारो मंडल, रंजन मंडल, प्रमोद मंडल, नागो मंडल, मुन्ना मेहता, सिंटू मंडल, नीतीश मंडल, राजकुमार, विनोद मंडल, सहिंद्र शर्मा, अनीश मेहता, मुसहरु मंडल, जवाहर मंडल, संतोष मंडल,पंचानंद मंडल, वीरेंद्र मंडल आदि दर्जनों लोगों ने जमकर नारेबाजी करते हुए जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
आक्रोशित ग्रामीणों ने बताया कि 29 जून 2019 को हीं पुल निर्माण कार्य की समाप्ति तिथि थी पर अब तक पूल का निर्माण कार्य पुरा नहीं किया गया है। वही हल्की बारिश होने के बाद डायवर्शन के ऊपर से पानी बहना शुरू हो जाता है। जिसके चलते मंजौरा से उदाकिशुनगंज अनुमंडल मुख्यालय जाने का रास्ता बिल्कुल बाधित हो जाता है। इस बाबत उपस्थित ग्रामीणों ने बताया कि निर्माणाधीन पुल ढलाई को लेकर विगत 10 जून को भी काफी हो हंगामा किया गया था। तत्पश्चात पुल ढलाई का कार्य शुरू किया गया। लेकिन गुणवत्ता पूर्ण कार्य नहीं किया गया। प्राक्कलन के मुताबिक जहां 10 एमएम का छड लगनी थी लेकिन छः एमएम का लगा दिया गया है। ग्रामीणों ने कहा कि घटिया तरीके से निर्माण कार्य कर संवेदक से लेकर विभाग के जेई और एस्क्युटीव तक योजनाओं में कमीशन की राशि का बंदरबांट किया जाता है। जिसके चलते घटिया निर्माण पर भी शिकायत करने के बावजूद विभागीय अधिकारी मौन रहते हैं।
इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने उदाकिशुनगंज एसडीएम एसजेड हसन को लिखित आवेदन देकर उच्चस्तरीय जांच करने के साथ साथ संवेदक के द्वारा निजी जमीन में निर्माण कार्य का सामान रखने और डायवर्शन बनाने का उचित मुआवजा दिलाने का मांग की है।
मालूम हो कि कुमारपुर से मंजौरा जाने वाली सड़क के बीच पेट्रोल पंप के नजदीक का पुराना पुल वर्ष 2008 के कुसहा त्रासदी के प्रलयंकारी बाढ़ के दौरान क्षतिग्रस्त हो गया था। ग्रामीणों के लगातार संघर्ष के बाद विभागीय अधिकारियों की नींद खुली और पुल निर्माण की स्वीकृति कराई गई। पिछले 30 जुन 2018 से पुल का निर्माण किया जा रहा है। पुल निर्माण कार्य पूर्ण करने की तिथि 29 जून 2019 को ही समाप्त हो गया है। वही पुल निर्माण का कार्य धीमी गति होने से के कारण अभी तक कार्य पूर्ण नहीं किया गया है।
इस बाबत एसडीएम एसजेड हसन ने बताया कि ग्रामीणों ने आवेदन दिया है। विभागीय अधिकारी को संवेदक पर कार्रवाई करने के लिए लिखा जा रहा है।
समाचार सहयोगी : संवाददाता-प्रिंस कुमार मिठ्ठू