डीआईजी दरभंगा ने दिखाई सख्ती कहा – थानेदारी तो छोड़नी ही होगी, लेकिन कारवाई के बाद

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ज़ाहिद  अनवर (राजु)
उप संपादक

दरभंगा/बिहार : बेहतर पुलिसिंग के लिए डीआईजी दरभंगा लगातार प्रयासरत है बावजूद इसके कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा सुधरने की स्थिति नही देख नाराज़ दिखे।                           डीआईजी क्षत्रनील सिंह के निरीक्षण में मधुबनी जिले के सदर एसडीपीओ कार्यालय में कई अनियमितता पाई गई है। कई संचिकाओ के अवलोकन के दौरान राजनगर थानाध्यक्ष से स्पष्टीकरण मांगा है। जबकि नगर थानाध्यक्ष को अंतिम चेतावनी देते हुए 15 दिनों का मोहल्लत दिया गया है ताकि सभी लंबित कांडों का निष्पादन कर सके।

उन्होंने हिदायत देते हुए कहा कि दिए गए समय के अंदर अगर यह टास्क पूरा नहीं हुआ तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। डीआईजी के रिव्यू के दौरान कई मामलों में अनुसंधान यथावत पाया गया। इस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की। लूट और डकैती जैसी घटनाओं में भी प्राथमिकी के बाद आगे की कोई कार्रवाई संचिकाओं में नहीं पाई गई। यह देख डीआईजी श्री सिंह ने कहा ऐसे में कैसे थाना चलेगा। डीआईजी के तेवर को देख राजनगर थानाध्यक्ष बीच में सफाई देते हुए कहा थानेदारी छोड़ने के लिए पहले ही आवेदन दे चुका हूं। यह सुनते ही डीआईजी श्री सिंह आक्रोशित हो गये।

उन्होंने कहा कि थानेदारी तो छोड़नी ही होगी लेकिन वह अर्जी पर ही नहीं बल्कि कार्रवाई की जाएगी। छह माह तक प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान पर कुंडली मारकर बैठना लापरवाही बरतने का सबसे बड़ा उदाहरण है। स्पष्टीकरण का जवाब संतोषजनक नहीं पाए जाने पर आगे की कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। इधर डीआईजी श्री सिंह ने बताया कि 70 से 80 फीसदी मामला फाईलों में लंबित पाया गया जो बेहतर पुलिसिंग के लिए उचित नहीं है। उन्होंने सभी पुलिस पदाधिकारियों को लक्ष्य के अनुरूप लंबित मामलों का निष्पादन करने का निर्देश दिया है।


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