पटना/बिहार : जिन छात्र-छात्राओं के अंदर वर्दी पाने का जुनून हो, जिन छात्र-छात्राओं को मंजिल पाने का जुनून हो,जिनके रगों में दारोग़ा बनने का चाहत हो, जिसके आँखों मे वर्दी पाने का जुनून झलक रहा हो, जिनके दिल मे कंधे पर स्टार का जिद्द हो, उनको लिए ‘दारोग़ा 3500’ एक बेहत ही शुभ एवं सुनहरा अवसर है इस अवसर को किसी भी कीमत में न गवाए।
किसी के दिल मे अगर दारोग़ा बनने का चाहत है तो वे किसी झिझक के तैयारी में जुट जाएं। परीक्षा के नजदीक आने का इंतेजार न करे,बहुत से बच्चे है जो सोचते है कि जब परीक्षा 1-2 महीना रहेगा तब तैयारी करेंगे, कुछ लोग सोचते है कि जब परीक्षा का डेट निकल जायेगा तब तैयारी करेंगे……..जी नही आप ऐसा बिल्कुल न सोचें हा ठीक है । आप 1 महीना पहले भी पढ़कर परीक्षा तो दे सकते है पर क्या आप सिर्फ परीक्षा में भाग लेने के लिए तैयारी किये है? या आपको सबसे बेहतर बनना है? अगर सिर्फ परीक्षा में भाग देने के लिए बैठना है तब तो ठीक है, 1 महीना क्या 1 दिन भी तैयारी करके बैठ सकते है। परंतु अगर आपको सफल होना है तो आपको पता होगा कि किसी भी कम्पटीशन में कितनी भीड़ रहती। एक सीट पर हजारों स्टूडेंट रहते है। इसलिए अगर परीक्षा में सफल होना है, सीट पर कब्जा करना है तो उसके लिए सबसे बेहतर करना होगा औऱ सबसे बेहतर करने के लिए सबसे ज्यादा मेहनत भी करना होगा। इसलिए समय का इंतेजार न करे क्योंकि समय आपका इंतेजार नही करता।
अभी से ही ईमानदारी एवं नियमित रूप तैयारी में जुट जाएं, किसी प्रकार की बाधा उतपन्न हो रही आपकी पढ़ाई के क्रम में तो पहले उसे दूर करने का प्रयत्न करें या फिर अपने करीबी से उस बारे में बात करे। हर प्रकार के बाधा से दूर हटकर तैयारी में लगे रहे। अगर परिवार में किसी की समस्या हो रही हो तो घरवाले बस कुछ समय मांगने की कोशिश करे औऱ पूर्ण रूप से एक रणनीति के साथ तैयारी में लगे रहे जब तक परीक्षा नही हो जाता। बेहतर करना है तो परीक्षा के डेट का इंतेजार कभी नही करे। आप अपना काम करे आयोग का जो काम है वो अपना करेगा।
बहुत से छात्र-छात्राओं को पैसा बहुत बड़ा बाधा बन जाता है तो पढ़ने के क्रम में पैसा बाधा न बनने दे। जिस किसी को भी पैसे की समस्या है वे मेरे से मिले, अद्म्या अदिति गुरुकुल में कोई बच्चा पैसे की समस्या से कभी लौट कर नही जाता न कभी जायेगा।
दारोग़ा का स्पेशल बैच प्रारम्भ हो चुका है औऱ भी बैच प्रारम्भ होने जा रहा है। जो बच्चे अभी तक तैयारी में लगे नही है वे जल्दी जगे और तैयारी में जुटे। क्योंकि सफलता ऐसे ही नही मिलती है सफलता छीननी पड़ती है। उसके लिए लड़ना पड़ता है, समय का इंतेजार नही करे क्योंकि समय आपका इंतेजार नही करती है। कुछ दिन के लिए अपने आप को झोंक दी तैयारी में, फिर सफलता जरूर मिलेगी। हर पढ़ने वाले का परिणाम अच्छा आता है हा कभी कभी किस्मत साथ नही देती कोई बात नही ये सोच कर आगे बढ़े की परिश्रम के आगे किस्मत को भी घुटने टेकने पड़ेगी। क्योंकि इंसान लड़े तो संघर्ष के बल पर हाथ की लकीरें बदल सकता है।