पटना/बिहार : जन अधिकार छात्र परिषद के द्वारा मुजफ्फरपुर में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही एवं इलाज की समुचित व्यवस्था नहीं रहने के कारण बच्चों की मौत की बढ़ती संख्या तथा औरंगाबाद एवं गया में लू से बचाने तक की व्यवस्था सरकारी अस्पतालों में सरकार के तरफ से नहीं किये जाने के खिलाफ आज पटना के बी.एन.कॉलेज से कारगिल चौक आक्रोशपूर्ण मार्च निकाला गया। बाद में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन केंद्रीय राज्य स्वास्थ्य मंत्री अश्वनी चौबे तथा राज्य स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डे का पुतला भी दहन किया गया।
पुतला दहन का नेतृत्व कर रहे प्रदेश अध्यक्ष गौतम आनंद ने कहा की मुजफ्फरपुर की घटना सिर्फ इस साल हीं नहीं घटा है। यह कई वर्षों से चल रहा है फ़िर भी न स्वास्थ विभाग और न हीं बिहार सरकार इसके इलाज का कोई पुख्ता व्यवस्था करने का प्रयास किया । कई परिवार का घर सुना हो गया है तो कई अभी भी मौत के मुह में समाए जा रहा है फ़िर भी अभी तक न तो केंद्र सरकार का स्वास्थ महकमा हीं कोई ठोस कदम उठा पाया है और न हीं सरकार के विपक्षी पार्टी की हीं निंद खूल रही है।
उन्होंने कहा कि सिविल सोसायटी एवं साहित्य कर्मी भी इतनी बड़ी घटना पर मौन साधे है । वर्तमान डबल इंजन की यह सरकार देश प्रदेश के लिये असुभ और अभिसाप बन गया है । बिहार के किसी घटना के खिलाफ जब तक जन अधिकार छात्र परिषद एवं पप्पू यादव सड़क पर नहीं उतरता तब तक किसी भी सत्ता पक्ष और विपक्ष की निंद नहीं खुलती है । पुतला दहन के बाद एक सभा का आयोजन किया गया ।
सभा को सम्बोधित करते हुए छात्र परिषद के नीरज यादव ,राहुल रुद्र,मनीष यादव ने कहा की मुजफ्फरपुर में हो रहे बच्चे की को स्वास्थ विभाग और राज्य सरकार जल्द रोके नहीं तो जन अधिकार छात्र परिषद तिनों स्वास्थ मंत्री के खिलाफ जल्द हीं राज्यव्यापी एवं राष्ट्रव्यापी आंदोलन शुरु करेगी। सभा का संचालन मनीष यादव ने किया । धन्यवाद ज्ञापन करते हुए गौतम आनंद ने कहा की सरकार मुजफ्फरपुर गया और औरंगाबाद में चमकी बुखार और लू से मरे परिजनों को जल्द से जल्द 25 लाख रुपया मुआवजा दे ।साथ हीं सभी जिला अस्पतालों में तीन सो बैड का इमरजेन्सी ट्रामा सेंटर जल्द खोले तथा अस्पतालों में हरताल की की वजह से निजी अस्पतालों के लुट को रोके नहीं जन अधिकार छात्र परिषद निजी अस्पतालों के लुट के खिलाफ उग्र आंदोलन करेगी ।
पुतला दहन कार्यक्रम में कूंदन, राहुल, रौशन, अतुल, मनीष, नीरज, सुमन, आदित्य, आर्यन, आनंद, झ्लेन्दर, कृष्णा, निर्भय, प्रभाश, बिट्टू, अभिषेक, अशीष, विनय, राकेश, मिथिलेश, पप्पूसहित अन्य छात्र शामिल थे।